मिर्ची बाबा का बड़ा दावा, उज्जैन-हरिद्वार में साधु हत्याओं में संलिप्तता का आरोप, मिर्ची बाबा की मांग – परमानंद गिरी व शिष्य पर सीबीआई जांच हो
उठी जांच की मांग, मिर्ची बाबा ने संत समाज में अपराध, हत्याएं और आर्थिक अनियमितताओं के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की गुहार लगाई।

भोपाल। पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने संत परमानंद गिरी और ज्योतिर्मयानंद गिरी पर संगठित अपराध, हत्याएं और संपत्ति कब्जाने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सीबीआई या एसआईटी जांच की मांग की है।
संत समाज पर गहराते आरोप, सीएम से जांच की मांग
भोपाल। पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज, जिन्हें मिर्ची बाबा के नाम से जाना जाता है, ने मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर संत समाज में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों की शिकायत की है। उन्होंने संत परमानंद गिरी महाराज और उनके शिष्य ज्योतिर्मयानंद गिरी पर संगीन आरोप लगाते हुए इनकी सीबीआई या स्वतंत्र एसआईटी से जांच कराने की मांग की है।
संत समाज की आड़ में संगठित अपराध और हत्या के आरोप
मिर्ची बाबा ने आरोप लगाया कि परमानंद गिरी और उनके शिष्य संन्यास परंपरा के विपरीत वंश परंपरा को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने संत समाज की आड़ में संगठित अपराध, साधुओं की रहस्यमयी मौत, बालिकाओं व मानसिक रूप से कमजोर बच्चों की संदिग्ध मौत, तांत्रिक क्रियाओं के जरिए विरोधी संतों को हटाने, आर्थिक अनियमितताएं और धार्मिक ट्रस्टों पर कब्जे के आरोप लगाए हैं।
उज्जैन, हरिद्वार और दिल्ली में मंदिर कब्जे और हत्या की बात
पत्र में मिर्ची बाबा ने उज्जैन के चारधाम मंदिर अखंड आश्रम पर ज्योतिर्मयानंद द्वारा कब्जा, यूपी के उरई में नित्यराम के आश्रम पर अवैध कब्जा, हरिद्वार में बालानंद गिरी महाराज की हत्या, दिल्ली में अनूभूतानंद महाराज और चित्रकूट में जगत त्यागी प्रकाश की हत्या में संलिप्तता की बात लिखी है।
संत समाज की गरिमा बचाने की अपील
उन्होंने पत्र में लिखा कि अगर समय रहते कार्यवाही नहीं हुई तो संत समाज की गरिमा और जन आस्था को गहरा धक्का पहुंचेगा। मिर्ची बाबा ने अखाड़ा परिषद और धर्माचार्य संगठनों से भी अपील की है कि ऐसे कथित साधुओं को धार्मिक पदों से तत्काल हटाया जाए।