बड़वानी पुलिस अपराध पर सख्त, जीरो टॉलरेंस नीति के निर्देश: डीआईजी सिद्धार्थ बहुगुणा
वार्षिक अपराध समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश, बेसिक पुलिसिंग और डिजिटल कार्रवाई पर जोर

बड़वानी | रमन बोरखड़े। बड़वानी जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर बड़वानी पुलिस ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने के निर्देश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित वार्षिक अपराध समीक्षा बैठक में निमाड़ रेंज के डीआईजी सिद्धार्थ बहुगुणा ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि अपराध के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
डीआईजी बहुगुणा ने पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर, एएसपी धीरज बब्बर और जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि थानों में लंबित अपराध, चालान, मर्ग, जप्त माल और शिकायतों का समयबद्ध निराकरण हो। उन्होंने धारा 173(8) CrPC व अभियोजन स्वीकृति से जुड़े प्रकरणों के शीघ्र निष्पादन, गुमशुदा व्यक्तियों की जांच SOP के अनुसार समय पर पूर्ण करने को कहा।
महिला व बालिकाओं से जुड़े अपराधों में विशेष संवेदनशीलता बरतने, स्कूल-कोचिंग मार्गों पर पेट्रोलिंग बढ़ाने, वाहन चोरी रोकने के लिए CCTV नेटवर्क को मजबूत करने के निर्देश दिए। साथ ही जुआ, सट्टा, मादक पदार्थों की तस्करी, गौ तस्करी व अवैध हथियारों पर पूर्ण प्रतिबंध की बात दोहराई।
जन-जागरूकता अभियान ‘नशे से दूरी है जरूरी’ को और प्रभावी बनाने की बात कही। साथ ही सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के समयबद्ध निराकरण के लिए अनुभाग स्तर पर समाधान शिविर लगाने के निर्देश दिए।

उन्होंने पुलिसिंग को डिजिटल बनाने पर जोर देते हुए कहा कि बड़वानी को पायलट जिला घोषित किया गया है, इसलिए e-FIR, e-साक्ष्य, e-जप्ती जैसे डिजिटल टूल्स को प्राथमिकता दी जाए।
डीआईजी बहुगुणा ने कहा,
“जनता की समस्याओं को संवेदनशीलता, त्वरितता और पारदर्शिता से हल करना पुलिस की प्राथमिकता है। कानून-व्यवस्था में सजगता, प्रतिबद्धता और टीमवर्क जरूरी है।”
अंत में अच्छे कार्य करने वाले थाना प्रभारियों व अधिकारियों को सम्मानित किया गया। बैठक में एएसपी धीरज बब्बर, एसडीओपी दिनेश सिंह चौहान, आयुष अलावा, अजय वाघमारे, रक्षित निरीक्षक चेतन बघेल, समस्त थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का स्टाफ मौजूद रहा।