मानसून की बेरुखी सावन में शुरुआत कोरा गर्मी व उम्मस ने लोगों को किया बेचैन मानसून के युलो अलर्ट के बाद सावन कोरा।
धार में जुलाई के पहले दो सप्ताह बेहद गर्म और सूखे रहा जिला 10 इंच हुए बारिश एक दो दिन में अच्छी बारिश की उम्मीद।

आशीष यादव धार
जिले में पिछले एक सप्ताह में रोज बादल छा रहे हैं और आसमान से कोई बूंद आते हुए नजर नही आ रही है वही पिछले दिनों हल्की बूंदाबांदी भी हुई जो सावन को झमाझम नही कर सकी।वही दो सप्ताह से तेज लेकिन तेज बारिश नहीं हो रही। इस बीच उमस सताती रही। शुक्रवार को भी दिनभर बादल छाए मगर बारिश देखने को नही मिली
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में एक मानसून ट्रफ गुजर रही है। इस वजह से संभाग में भारी बारिश का अलर्ट कर दिया है। गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
1 मिमी बारिश भी नहीं हुई इस सप्ताह:
जिल में इस सप्ताह 1 मिमी भी बारिश नहीं हुई है। सोमवार 18 जुलाई तक जिले में कुल 273 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। शुक्रवार तक सीजन की कुल बारिश 10 इंच ही दर्ज की गई। इससे पहले एक सप्ताह से बारिश नही होने से परेशानी हो रही है।10 जुलाई से बारिश का दौर थमा हुआ। जिले में औसत बारिश का कोटा 10 फीसदी पूरा हुआ है। मानसून के सीजन में 273 मिमी औसत बारिश हुई है।
खाड़ी में बना सिस्टम उम्मीद जगी:
बंगाल की खाड़ी से चला मानसूनी सिस्टम बन रहा है जो तेज बारिश की उम्मीद बन रही है। यह सिस्टम पहले चक्रवाती घेरे में बदला था। अब यह दोबारा कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) बन रहा है। सोमवार को यह सिस्टम फिर से सक्रिय होगा। इसके असर से जिले में भारी बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, उत्तर-पश्चिम मप्र में 7.6 किमी ऊंचाई तक चक्रवाती हवा सक्रिय है। सोमवार को यह फिर लो प्रेशर एरिया में बदल सकता है। इस सीजन में मप्र में ऐसा पहली बार हो रहा है। मानसून टूफ लाइन बीकानेर, ग्वालियर, बांदा, सीधी, जमशेदपुर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक है। ओडिशा के पास भी एक चक्रवाती घेरा बन रहा है, जो लो प्रेशर बन सकता है।
सावन में नही झमाझम:
सावन के महीने में झमाझम बारिश और रुक रुककर होने वाली बरसात के सेरे को दशकों से सुनते और देखते आए हैं, लेकिन सावन में गर्मी और उमस जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव का संकेत दे रही है। पिछले सप्ताह से जिले में मानसून ने बेरुखी कर रखी है। धार व आसपास और अन्य हिस्से में मेघ मेहरबान हैं पर धार में न गरज रहे हैं और न बरस रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि बारिश के दिन अभी आए ही नहीं हैं। दोपहर में गर्मी से हर कोई परेशान है। एक बार फिर पंखों और एसी का सहारा लिया जाने लगा है। गुरुवार को तो धूप के तीखेपन ने गर्मी के दिनों का स्मरण करा दिया।
औसत से काफी कम हुई वर्षा:
जून महीने से आरंभ हुए बारिश के मौसम में अभी तक इधार में 10 इंच (273 मिमी) बारिश हुई है, लेकिन जुलाई माह में अब तक सिर्फ 1 मिमी बारिश ही दर्ज नही हुई, जो किसी इंच में नही आती है। जुलाई माह की औसत वर्षा 235 मिमी (करीब 9 इंच) रही थी, लेकिन दो सप्ताह से म आधा इंच भी बारिश नहीं हुई है। जिले को अभी जुलाई माह के शेष दिनों में 10 इंच वर्षों का इंतजार है। देखते है आने वाले दिनों में मानसून की महेरबानी होती है या नही।
रातें भी हो रहीं गर्म:
सावन का महीना लग चुका है, फिर भी दिन के साथ ही रातें भी गर्म होने लगी हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि बारिश के बादलों के साथ हवाओं ने भी नाराजगी बना रखी है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जुलाई माह के 10 दिनों में पांच से अधिक बार तापमान 29 डिग्री सेल्यिसस या इससे अधिक दर्ज हुआ है। वैसे जुलाई माह का औसत अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस है। 12 जुलाई 1966 को अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री दर्ज हुआ था, जो आज तक का एक रिकॉर्ड है।
1965 और 1966 में पड़ा था सूखा:
1965 और 1966 लगातार सूखे के वर्ष धार ने देखे हैं। इन्हीं दो सूखे के वर्षों के कारण धार में नर्मदा जल लाने की राह देख रहा है । जुलाई माह के एक दशक के इतिहास को देखें तो बारिश 10 जुलाई के बाद ही अधिक दर्ज की गई है। इस पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए लगता है आने वाले दिनों में जल्दी ही अच्छी बारिश होगी।
अरब सागर में नहीं बन रहा सिस्टम:
मौसम विभाग जीएस गठिया के अनुसार प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में मानसून अच्छा सक्रिय है, परंतु पश्चिमी क्षेत्र जिसमें मालवा निमाड़ आता है, यहां मौसम का केंद्र बिंदु निर्मित नहीं हो पाया। अरब सागर सिस्टम भी नहीं बन पा रहा है, जिसके प्रभाव से इस क्षेत्र में वर्षा हो। उमस से कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। बादलों की हलचल बढ़ने और उनके सक्रिय होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी से चला मानसूनी सिस्टम बन रहा है जो एक दो दिन के बीच शहर और आसपास के क्षेत्रो में अच्छी बारिश होने की संभावना बनायेगा।