माउंट लिट्रा स्कूल में आदिवासी बच्चों से भेदभाव की शिकायत, सामाजिक व आदिवासी संगठनों ने किया स्कूल का निरीक्षण, प्रशासन से की कार्रवाई की मांग।

सेंधवा। शहर के माउंट लिट्रा स्कूल में आरटीई योजना के तहत पढ़ने वाले आदिवासी बच्चों से जातीय भेदभाव के आरोप लगे है। शुक्रवार को सामाजिक व आदिवासी संगठनों ने निरीक्षण कर बच्चों से बात की और गंभीर आरोप मीडिया के सामने रखे। माउंट लिट्रा स्कूल, मेरखेड़ी तहसील निवाली, जिला बड़वानी में आरटीई के तहत नामांकित आदिवासी बच्चों से सौतेला व्यवहार किए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। 18 जुलाई 2025 को पालकों की शिकायत पर आदिवासी संगठन और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुंचकर निरीक्षण किया।
सामाजिक कार्यकर्ता पोरलाल खर्ते ने बताया कि निरीक्षण में सामने आया कि वर्ष 2024-25 में नर्सरी व जूनियर केजी-1 के आठ और 2025-26 में 13 आरटीई के आदिवासी बच्चों को स्कूल प्रबंधन दोपहर 1 बजे अलग समय पर बुलाता है। जबकि अन्य बच्चों की कक्षाएं सुबह 9 बजे से होती हैं। इससे आरटीई बच्चे प्रार्थना, खेलकूद और अन्य रचनात्मक गतिविधियों से वंचित रह जाते हैं।
स्कूल का तर्क- निर्माण कार्य व स्थान की कमी
इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने निर्माण कार्य और स्थान की कमी का हवाला दिया। लेकिन आदिवासी संगठनों ने इस तर्क को असंतोषजनक माना।
बच्चों के मन में जन्म ले रही भेदभाव की भावना
आदिवासी संगठन के पोरलाल खर्ते ने कहा कि इस व्यवहार से बच्चों में गरीबी-अमीरी व जातिगत भेदभाव की भावना विकसित हो रही है, जो संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है। पूर्व में भी पालकों ने शिकायत की थी, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने कोई सुधार नहीं किया।
प्रशासन से की गई सख्त कार्रवाई की मांग
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अनुविभागीय अधिकारी पानसेमल से संपर्क कर शिकायत की। उन्होंने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को मौके पर भेज जांच कराने की बात कही। उपस्थित जनों ने उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग रखी है, ताकि भविष्य में कोई भी स्कूल बच्चों के साथ गरीबी-अमीरी या जातिगत भेदभाव न करे।
निरीक्षण में ये लोग रहे शामिल
निरीक्षण के दौरान पोरलाल खर्ते (पूर्व राज्य कर अधिकारी एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी, खरगोन-बड़वानी), सीताराम बर्डे (जनपद पंचायत उपाध्यक्ष सेंधवा), परसराम सेनानी, महेंद्र सेनानी, श्याम कनोजे, शांतिलाल कनोजे, मुकेश सोलंकी, बुलसिंग सोलंकी, हिरा सोलंकी, अर्जुन सोलंकी, मुकेश खरते, अनसिंग सोलंकी, अंशाराम सोलंकी, कांतिलाल सोलंकी सहित कई पालक उपस्थित थे।