छात्राओं का आक्रोश: अधीक्षकों के ट्रांसफर पर 120 छात्राएं कलेक्टर से मिलने 70 KM पैदल निकलीं
एसडीएम-एसडीओपी समेत प्रशासनिक अमले ने 15 KM पर छात्राओं को रोक समझाइश दी, सभी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया गया।

सेंधवा। मडगांव कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास की 120 छात्राएं अधीक्षकों व प्राचार्य के संभावित ट्रांसफर की खबर से भड़क उठीं। शुक्रवार सुबह 8.30 बजे जैसे ही छात्राओं को अधीक्षक सुलोचना मंसारे, सावित्री संहिते और प्राचार्य मुकेश मोरे के स्थानांतरण की जानकारी मिली, वे बड़वानी कलेक्टर से मिलने 70 किमी पैदल निकल पड़ीं।
15 किमी चलने के बाद प्रशासन ने लिया संज्ञान
छात्राएं जब 15 किमी दूर सालीकलां गांव पहुंचीं, तब प्रशासन हरकत में आया। एसडीएम आशीष कुमार, एसडीओपी अजय वाघमारे, तहसीलदार राहुल सोलंकी समेत अधिकारी मौके पर पहुंचे। एक ढाबे पर छात्राओं से लंबी चर्चा हुई।
एसडीएम ने बताया- ट्रांसफर का कोई आदेश नहीं आया
एसडीएम ने अधिकारियों से पुष्टि करने पर बताया कि तीनों के ट्रांसफर के कोई आदेश फिलहाल जारी नहीं हुए हैं। इस सूचना के बाद छात्राओं का आक्रोश कुछ कम हुआ, लेकिन उन्होंने अन्य समस्याओं को भी रखा।
छात्राओं ने ये मांगे रखीं
छात्राओं ने हॉस्टल में सुरक्षा गार्ड की तैनाती, सीनियर-जूनियर हॉस्टल में अलग भोजन व्यवस्था, खेल मैदान व सामग्री, नई यूनिफॉर्म व हर साल ब्लेजर, लाइब्रेरी में नई किताबें और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की मांग रखी।
अंतर सिंह आर्य के दौरे के बाद उठी थी ट्रांसफर की चर्चा
14 जुलाई को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने परिसर का निरीक्षण किया था। आर्य को छात्राओं ने पानी की समस्या व सुरक्षा गार्ड की कमी बताई थी। किसी ने अधीक्षकों पर अनियमितता का आरोप भी लगाया, जिसके बाद कलेक्टर को कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। मीडिया में खबर छपने के बाद छात्राओं को ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होने का आभास हुआ।
प्रशासन ने दिया आश्वासन, छात्राएं मानीं
प्रशासन ने सभी मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। दोपहर 12.30 बजे छात्राओं को निजी स्कूल की दो बसों से छात्रावास वापस भेजा गया।