एमपी में तेज बारिश का कहर: बालाघाट-आलीराजपुर में 8 इंच की चेतावनी
भोपाल में हादसा, टीकमगढ़ में बिजली गिरने से नुकसान; 15 जिलों में रेड अलर्

भोपाल, मध्यप्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। गुरुवार को राज्य के 15 जिलों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि बालाघाट और आलीराजपुर जिलों में 24 घंटे के भीतर 8 इंच तक वर्षा की संभावना को लेकर ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। राजधानी भोपाल समेत इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में यलो अलर्ट प्रभावी है।
तेज बारिश से जनजीवन प्रभावित
प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बुधवार को भारी बारिश देखने को मिली। भोपाल में एक पुरानी इमारत का हिस्सा गिरने से एक युवक की मृत्यु हो गई, जबकि टीकमगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से 16 बकरियों की मौत हो गई। सीहोर में पानी इतना भरा कि सड़क किनारे खड़ी गाड़ियाँ आधी डूब गईं।
अलर्ट वाले जिले
आज जिन जिलों में भारी वर्षा का अनुमान जताया गया है उनमें नीमच, मंदसौर, झाबुआ, धार, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, सतना, मैहर, पन्ना, सिवनी और मंडला प्रमुख हैं। उधर, बालाघाट और आलीराजपुर के लिए अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी है।
सतना में सबसे ज्यादा वर्षा दर्ज
बुधवार को हुई वर्षा में सतना सबसे आगे रहा, जहां 2.2 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। खजुराहो (छतरपुर) में 1.7 इंच, भोपाल में 1.4 इंच, खरगोन में 1 इंच, जबकि नौगांव और सीधी में आधा इंच वर्षा हुई। इसके अलावा, दतिया, बैतूल, गुना, ग्वालियर, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, उमरिया, सीहोर, कटनी, टीकमगढ़, श्योपुर, शाजापुर, धार और डिंडोरी में भी हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई।
मानसून की चाल और पहुंच
इस वर्ष मानसून देश में सामान्य से 8 दिन पहले आ गया था। हालांकि, मध्यप्रदेश में यह अपेक्षित समय से कुछ देरी से 13 जून को पहुंचा। शुरुआत में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में रुका मानसून, 14 जून को एमपी में सक्रिय हुआ। मात्र 5 दिनों के भीतर राज्य के सभी 53 जिलों में मानसून कवर हो गया, जिनमें भिंड और मऊगंज अंतिम थे