आपातकाल की विभीषिका को भूल न पाए देश – बड़वानी में भाजपा ने दिखाया डाक्युमेंट्री, लोकतंत्र सेनानियों का हुआ सम्मान

बड़वानी। रमन बोरखड़े। 25 जून 1975 को देश पर थोपे गए आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी बड़वानी द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने इस ऐतिहासिक काले अध्याय को याद करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष निशांत खरे ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पद पर अयोग्य ठहराए जाने के बाद 24 जून 1975 को कोर्ट की अवमानना करते हुए अगले ही दिन रातोरात आपातकाल की घोषणा कर संविधान की हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि सत्ता बचाने के लिए कांग्रेस ने देश की नागरिक स्वतंत्रताओं, प्रेस की आज़ादी और लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल दिया।
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी सुनील भावसार ने जानकारी दी कि संगोष्ठी से पूर्व 1975 के आपातकाल पर आधारित एक प्रदर्शनी और भारत माता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के चित्रों की पूजा कर दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
भाजपा जिलाध्यक्ष अजय यादव ने स्वागत भाषण देते हुए मीसाबंदियों और लोकतंत्र रक्षकों के त्याग को स्मरण करते हुए युवाओं को इससे प्रेरणा लेने की बात कही।
कार्यक्रम में उपस्थित लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि आपातकाल का दंश झेलने वाले कार्यकर्ताओं के बलिदान को देश कभी नहीं भुला सकता। उन्होंने कहा कि उस समय जेलों में यातनाएं दी गईं और आवाज उठाने वालों को कैद में डाल दिया गया।
कार्यक्रम के संयोजक ओमप्रकाश खंडेलवाल ने कार्यक्रम की भूमिका स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस की उस तानाशाही मानसिकता को जनता तक पहुंचाना आज भी जरूरी है।
इस दौरान लोकतंत्र सेनानी सोहन माहेश्वरी और शिखरचंद जैन ने आपातकाल के दौरान अपने अनुभव साझा किए और उस दौर की यातनाओं का वर्णन किया।
कार्यक्रम के पूर्व निशांत खरे ने पत्रकार वार्ता में आपातकाल को लोकतंत्र पर सबसे बड़ा आघात बताया और युवाओं से इतिहास से सीख लेने का आग्रह किया। इस अवसर पर कमलनयन इंगले, लोकेश शुक्ला, सुनील भावसार सहित कई वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
डाक्युमेंट्री और सम्मान समारोह:
भाजपा कार्यालय के सभागृह में एलईडी पर आपातकाल पर आधारित डाक्युमेंट्री भी प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम में जिले के सभी मीसाबंदी सेनानियों – नारायण सिंह गांधी, सोहन माहेश्वरी, शिखरचंद जैन, भेरूलाल मारू, कांतिलाल जैन, सुरेश जैन, राधेश्याम अग्रवाल, बंटी हुकुमचंद बंसल, हितेंद्र रजनीकांत हरसोला आदि को शॉल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।
मंचासीन अतिथि:
इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष बलवंत सिंह पटेल, लोकेंद्र शुक्ला, कमलनयन इंगले सहित जिले के पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष व भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।