इंदौरमध्यप्रदेशमुख्य खबरे

INDORE NEWS – राजा रघुवंशी हत्याकांड: मोबाइल, चेन और अंगूठी अब तक गायब, सोनम खामोश

हत्या के बाद का प्लान अब भी रहस्य, पुलिस को मोबाइल की तलाश

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में कई अहम सुराग अब भी गुम हैं, जिनका जवाब न तो पुलिस के पास है और न ही आरोपियों के पास से मिल पा रहा है। मेघालय पुलिस की जांच में सबसे बड़ा सवाल राजा के दोनों मोबाइल फोन और उनकी सोने की चेन व अंगूठी को लेकर बना हुआ है।

राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून मनाने के लिए मेघालय गया था। वहां संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी हत्या कर दी गई थी। अब तक की जांच में सामने आया है कि हत्या के समय सोनम के पास तीन मोबाइल थे—एक उसका अपना और दो राजा के। घटनास्थल पर मोबाइल स्क्रीन तो मिलीं, लेकिन फोन नहीं।

पुलिस का मानना है कि हत्या के बाद मोबाइल फोन एक गहरी खाई में फेंके गए होंगे, लेकिन वह स्थान अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। मोबाइल लोकेशन से इतना जरूर पता चला है कि हत्या के वक्त दोनों मोबाइल एक्टिव थे और सोनम के पास ही थे। पुलिस को संदेह है कि इन मोबाइलों में राजा और सोनम के बीच हुई चैटिंग इस केस में महत्वपूर्ण साक्ष्य साबित हो सकती है, लेकिन फोन की बरामदगी अब तक नहीं हो सकी है।

इसी तरह राजा की सोने की चेन और अंगूठी भी गायब हैं। राजा की मां उमा रघुवंशी के अनुसार, गुवाहाटी रवाना होने से पहले सोनम के कहने पर राजा ने चेन और अंगूठी पहनी थी। लेकिन जब राजा की लाश 2 जून को खाई से मिली, तब न तो उसके गले में चेन थी और न हाथ में अंगूठी। शिनाख्त उसके हाथ पर बने ‘राजा’ नाम के टैटू से की गई। पुलिस ने इस संबंध में भी सोनम से पूछताछ की, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।

पुलिस का यह भी कहना है कि सोनम की पूछताछ में किसी भी तरह का पछतावा नहीं झलकता। हालांकि अफसर मानते हैं कि ये जांच का मुद्दा नहीं, लेकिन व्यवहारिक रूप से यह जांच में जटिलता जरूर पैदा करता है। पुलिस के अनुसार, पूरे मामले का मास्टरमाइंड सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाहा है, जो हत्या में शामिल होने की बात तो मान चुका है, लेकिन हत्या के बाद के प्लान को लेकर कुछ भी साफ नहीं कर रहा है।

जांच अधिकारियों का मानना है कि इस हत्याकांड में अभी भी कुछ तथ्य अधूरे हैं, और किसी तीसरे या छिपे हुए चेहरे की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि पुलिस का दावा है कि सबूतों के आधार पर 90 दिन के भीतर चालान कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!