सेंधवा में शिक्षकों को निशुल्क योग प्रशिक्षण, आंखों की थकान दूर करने के बताए प्रैक्टिकल योगासन

सेंधवा। डिजिटल युग में स्क्रीन के सामने घंटों बिताना अब आम बात हो गई है—चाहे वह रोजगार हो या मनोरंजन। इसी कारण आंखों की थकान, जलन और दृष्टि दुर्बलता जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। सेंधवा के नेहरू हाईस्कूल में आयोजित एक विशेष योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने इन समस्याओं से निपटने के लिए सरल लेकिन प्रभावी उपाय बताए।
योग गुरु ने बताया कि आंखें शरीर का सबसे कोमल और संवेदनशील अंग हैं, जिनकी नियमित देखभाल ज़रूरी है। मोबाइल, लैपटॉप जैसे उपकरणों के लगातार उपयोग से पलक झपकने की प्रक्रिया कम हो जाती है, जिससे आंखें सूखने लगती हैं। इससे बचने के लिए हर 20-30 सेकंड में 10 बार तेजी से पलकें झपकाने की सलाह दी गई, जो आंखों को नमी प्रदान करती है।
इसके अलावा हथेलियां रगड़कर आंखों पर रखने, जलनेति, आई वॉश, भस्त्रिका प्राणायाम, त्राटक अभ्यास और आंखों की दिशात्मक एक्सरसाइज जैसे उपायों को नियमित करने से आंखों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और दृष्टि स्पष्ट होती है।
गुरुजी ने शिक्षकों को भस्त्रिका, नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, कपालभाति, शीतली और शीतकारी प्राणायाम का अभ्यास कराया। साथ ही पद्मासन, सुखासन, वज्रासन का प्रशिक्षण भी दिया। प्राणायाम के पूरक, रेचक और कुम्भक के अर्थ और इड़ा-पिंगला नाड़ी का उपयोग भी समझाया गया।
गुरुजी ने सुझाव दिया कि यदि विद्यार्थी प्रतिदिन विद्यालय प्रार्थना के बाद सिर्फ तीन मिनट का प्राणायाम करें—5, 10 और 15 सेकंड की आवृत्तियों में—तो उनका मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास सुनिश्चित हो सकता है।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के प्राचार्य देवेन्द्र कानूनगो और श्री बी एल जैन ने योग गुरु का आभार व्यक्त करते हुए पुष्पमाला व स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। यह प्रशिक्षण पूर्णतः निशुल्क था।