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सिंहस्थ पूर्व इंदौर की चारों दिशाओं में नए अस्पताल होंगे : डॉ. हसानी

मध्यमवर्गीय मरीजों को भी बेहतर इलाज दिलाने का संकल्प

मध्यमवर्गीय मरीजों को भी बेहतर इलाज दिलाने का संकल्प

सिंहस्थ पूर्व इंदौर की चारों दिशाओं में नए अस्पताल होंगे : डॉ. हसानी

इंदौर। शहर के नवनियुक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. माधव हसानी ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि सिंहस्थ 2028 के पूर्व इंदौर शहर की चारों दिशाओं में सिविल अस्पताल स्थापित हो जाएँ ताकि आम जन को शासकीय अस्पतालों में बेहतर इलाज मिल सके।

डॉ. हसानी स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के रूबरू कार्यक्रम में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने बताया कि फिलहाल इंदौर में पश्चिम क्षेत्र चन्दन नगर में जिला अस्पताल है। इस अस्पताल में भी वर्ष 2018 से धीमी गति से विकास कार्य चल रहा है। उनकी प्राथमिकता रहेगी कि जिला अस्पताल में शेष कार्य जल्द पूर्ण हों। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ला सिंहस्थ के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस किए हुए हैं। उनकी कोशिश रहेगी कि 2028 के पूर्व राऊ, खजराना, स्कीम नं 78 में भी 200 बेड के सिविल अस्पताल स्थापित हो जाएँ ताकि महानगर की जनता को हर कौने में इलाज मिल सके।

डॉ. हसानी ने जानकारी दी कि जिले में स्वास्थ्य विभाग का बड़ा अमला है। स्वास्थ्य विभाग के पांच हजार कर्मचारी, दो हजार आशा कार्यकर्ता, महिला-बाल विकास तथा स्कूल शिक्षा विभाग के भी सैकड़ों कर्मचारी मिलकर बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने और राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वन में संलग्न हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि मौजूदा स्टाफ से जिस तरह के नतीजे आना चाहिए उसमे कुछ कमी है, उनकी कोशिश रहेगी कि वे मौजूदा हालातों को सुधारें।

इंदौर में जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, 70 शहरी मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक, तहसील स्तरीय पांच सामुदायिक अस्पताल, 134 उप-स्वास्थ्य केंद्र आदि के माध्यम से मरीजों को निःशुल्क इलाज देने का कार्य जारी है।

डॉ. हसानी ने कहा कि निम्न वर्ग के लिए पांच लाख रु. तक निःशुल्क इलाज का प्रावधान है लेकिन देखने में आया है मध्यमवर्गीय मरीज इलाज के लिए जब निजी अस्पतालों की चौखट पर चढ़ता है तो उसकी जमापूंजी खत्म हो जाती है और कई मर्तबा कर्जा भी लेना पड़ जाता है। उनकी कोशिश रहेगी कि मध्यमवर्गीय मरीजों को शासकीय अस्पताल में बेहतर इलाज मिल सके। उनका प्रयास रहेगा तमाम शासकीय अस्पतालों में आठ से दस घंटे ओपीडी की सेवाएं जारी रहना चाहिए। अभी कई जगह ओपीडी के कमरे खाली पड़े हैं।स्वास्थ्य विभाग के अमले को आम जन से सौजन्यता से पेश आने और ईमानदारी से कार्य करने की हिदायत दी गई है। स्वास्थ्य विभाग में खरीदी जैसे मामलों में वे शासकीय नियमों के मुताबिक़ पारदर्शिता के साथ काम करने के पक्षधर रहेंगे।

प्रारंभ में डॉ. हसानी का स्वागत प्रवीण खारीवाल, आलोक वाजपेयी, रचना जौहरी, रवि चावला, सोनाली यादव, आकाश चौकसे, यशवर्धन सिंह, मीना राणा शाह, मोहनलाल मंत्री, दीपक माहेश्वरी, डॉ. अजय शुक्ला, सुदेश गुप्ता, अभिषेक सिंह सिसोदिया, संजय मेहता, सत्यजीत शिवणेकर, रवीश बेंजामिन एवं प्रवीण धनोतिया ने किया।

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