एक पेड़ मां के नाम” अभियान की शुरुआत, विजयवर्गीय बोले— अब शादी में 12 बजे तक ही रुकूंगा, महिलाओं को देवी मानता हूं

इंदौर। शहर के नेहरू पार्क स्थित सिंदूर वाटिका में गुरुवार को पर्यावरण संरक्षण को समर्पित “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की शुरुआत हुई। इस अवसर पर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने पौधारोपण कर अभियान की शुरुआत की। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है, बल्कि लगाए गए पौधों की देखरेख और संरक्षण को भी प्राथमिकता देना है।
विजयवर्गीय ने कार्यक्रम के दौरान हल्के-फुल्के अंदाज में अपने निजी अनुभव भी साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे वे वरिष्ठ नेताओं जैसे महेंद्र हार्डिया से समय प्रबंधन और सामाजिक कार्यक्रमों में अनुशासन सीखते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब वे तय कर चुके हैं कि रात 12 बजे के बाद किसी शादी में नहीं रुकेंगे, क्योंकि देर से सोने पर अगला दिन बिगड़ जाता है।
भाषण छोटा, प्रभाव बड़ा
अपने संबोधन में विजयवर्गीय ने बीजेपी नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे छोटा भाषण दिया, और यह एक अच्छा उदाहरण है कि छोटा लेकिन प्रभावशाली बोलना हमेशा बेहतर होता है। इसी दौरान उन्होंने एक पाश्चात्य कहावत का जिक्र किया, जिसका सार यह था कि जैसे कुछ लोग कम कपड़े पहनने को सुंदरता मानते हैं, वैसे ही छोटा भाषण देने वाला नेता भी अच्छा माना जाता है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि वे इस सोच को नहीं मानते, बल्कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी का स्वरूप माना गया है।
संरक्षण को बताया असली लक्ष्य
मंत्री ने कहा कि वृक्ष लगाना एक पहल है, लेकिन उनका संरक्षण असली जिम्मेदारी है। इंदौर नगर निगम इस दिशा में गंभीर है और हर पेड़ की सुरक्षा के लिए ठोस योजना बनाई गई है। इसके लिए विधायक निधि से पेड़ों के सुरक्षा कवच के लिए भी सहयोग मांगा गया है। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों को इस अभियान को व्यक्तिगत रूप से अपनाना चाहिए। साथ ही उन्होंने जिले के तालाबों की बाउंड्री पर वृक्षारोपण की योजना का भी जिक्र किया, जिससे मिट्टी का कटाव कम होगा और पर्यावरण को मजबूती मिलेगी।