रजत पाटीदार ने RCB को दिलाई पहली IPL ट्रॉफी, इंदौर के क्रिकेटर की कप्तानी में टूटा 17 साल का इंतजार

इंदौर | खेल डेस्क इंदौर के युवा बल्लेबाज और कप्तान रजत पाटीदार की अगुवाई में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु (RCB) ने आईपीएल इतिहास की अपनी पहली ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया। बीते 17 सालों में टीम कई कप्तानों के साथ मैदान में उतरी, मगर रजत की रणनीति और प्रदर्शन ने इस बार टीम को विजयी मंजिल तक पहुंचा दिया। आईपीएल 2025 सीजन में रजत ने 15 मुकाबलों में 143.77 की स्ट्राइक रेट से 312 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। उनके नेतृत्व में RCB ने संतुलित खेल दिखाया और खिताब अपने नाम किया। इससे पहले वे आईपीएल में कुल 1111 रन बना चुके थे।
बाल्यकाल से ही क्रिकेट के प्रति जुनून
रजत का जन्म 1 जून 1993 को इंदौर में हुआ। आठ वर्ष की उम्र में उन्होंने स्थानीय क्रिकेट क्लब से खेलना शुरू किया और दादा की प्रेरणा से एकेडमी में दाखिला लिया। शुरुआत एक गेंदबाज के रूप में की, लेकिन बाद में बल्लेबाजी पर फोकस किया। 10 वर्ष की उम्र से ही वे अपने से बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलते आ रहे हैं।
परिवार और परंपरा से गहरा जुड़ाव
पिता मनोहर पाटीदार बताते हैं कि रजत जब भी इंदौर में होते हैं, तो खजराना गणेश मंदिर के दर्शन जरूर करते हैं। उन्हें मां के हाथ का खाना बहुत पसंद है। फिलहाल उनका अधिकांश समय बेंगलुरु में बीतता है।
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घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
2015 में रणजी ट्रॉफी से प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत करने वाले रजत, 2018-19 में मध्यप्रदेश के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। 2024-25 के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वे टीम के कप्तान भी रहे, जहां उन्होंने 428 रन बनाए और टूर्नामेंट के टॉप स्कोररों में रहे। उनके नाम रणजी ट्रॉफी में हरियाणा के खिलाफ 68 गेंदों में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड भी है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी रख चुके हैं कदम
21 दिसंबर 2023 को रजत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। आईपीएल में उनके नेतृत्व और बल्लेबाजी कौशल ने उन्हें देशभर में पहचान दिलाई है। रजत पाटीदार की यह सफलता उनके निरंतर अभ्यास, धैर्य और मजबूत मानसिकता का परिणाम है, जिसने RCB को वर्षों बाद चैंपियन बना दिया।