राहुल गांधी ने भोपाल से संगठन सृजन अभियान की शुरुआत, कार्यकर्ताओं से बोले- रेस का घोड़ा बने

भोपाल। सत्याग्रह लाइव। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भोपाल में पार्टी के संगठन सृजन अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने छह घंटे तक विभिन्न बैठकों में हिस्सा लिया और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने संगठन के मजबूत ढांचे के निर्माण पर जोर देते हुए पार्टी को ष्रेस का घोड़ाष् बनने का संदेश दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि तीन प्रकार के घोड़े होते हैं। पहला, रेस का घोड़ा, जो आगे बढ़कर दौड़ता है। दूसरा, बारात का घोड़ा, जो केवल बारात तक सीमित रहता है। तीसरा, लंगड़ा घोड़ा, जो किसी काम का नहीं होता। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे रेस का घोड़ा बनें और पार्टी को मजबूती से आगे बढ़ाएं।
उन्होंने ब्लॉक और जिला स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने की आवश्यकता बताई और स्पष्ट किया कि इन्हीं स्तरों पर चयनित नामों को आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में टिकट मिलेगा।

बैठकों में संगठन और नेतृत्व पर चर्चा
कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित बैठकों में राहुल गांधी ने पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (च्।ब्) और विधायकों से चर्चा की। च्।ब् की बैठक में वरिष्ठ नेता नकुलनाथ की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी।
विधायकों की बैठक के दौरान सेमरिया के विधायक अभय मिश्रा ने प्रदेश में नेतृत्व की कमी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उन्हें कोई ऐसा नेता नहीं दिखता, जिसके भरोसे कांग्रेस चुनाव जीत सके। इस पर राहुल गांधी ने कहा, ष्आपको भले ऐसा लगता हो, लेकिन मुझे प्रदेश में 10 ऐसे नेता दिखाई देते हैं, जो नेतृत्व कर सकते हैं और सरकार बनाने की क्षमता रखते हैं।

कार्यकर्ताओं ने रोकी गाड़ी, पुलिस ने हटाया
एयरपोर्ट से कांग्रेस कार्यालय जाते समय राहुल गांधी की गाड़ी को कुछ कार्यकर्ताओं ने रोक लिया। उन्होंने राहुल गांधी के समर्थन में नारे लगाए। पुलिस ने हस्तक्षेप कर कार्यकर्ताओं को हटाया, जिसके बाद काफिला आगे बढ़ा। इस दौरान धक्कामुक्की में कुछ कार्यकर्ता सड़क पर गिर भी गए।

मुख्यमंत्री का तंज
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करते समय जूते नहीं उतारे। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति के विपरीत बताया और कहा कि राहुल को इस ओर ध्यान देना चाहिए। यह दौरा पार्टी संगठन को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है




