240 छात्राओं के आवास हेतु ढाई करोड़ की राशि से नवीन छात्रावास भवन का निर्माण होगा, अजजा आयोग अध्यक्ष ने किया निरीक्षण

सेंधवा। रमन बोरखड़े। अनुसूचित जनजाति की बालिकाओं के लिए कस्तूरबा गांधी वनवासी कन्या आश्रम निवाली में ढाई करोड़ रुपये की लागत से नवीन छात्रावास भवन का निर्माण किया जाएगा। इसको लेकर अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने निवाली जाकर स्थान का निरीक्षण किया । उक्त जानकारी भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल ने दी । अग्रवाल ने बताया कि 240 छात्राओं के आवास हेतु नवीन छात्रावास भवन का निर्माण किया जाएगा।
कस्तूरबा गांधी वनवासी कन्या आश्रम निवाली में अनुसूचित जनजाति की बालिकाओं की शिक्षा, संस्कार एवं आत्मनिर्भरता के लिए विगत सात दशकों से समर्पित रूप से कार्य कर रहा है। जिसके अंतर्गत कन्याओं के बौद्धिक विकास व उनके जीवन स्तर को बढ़ावा देकर उन्नत शिक्षा के लिए अपने प्रयास से आधुनिक छात्रावास के निर्माण के संबंध में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने आज मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले की अंतर्गत स्थित कस्तूरबा गांधी वनवासी कन्या आश्रम, निवाली का भ्रमण एवं निरीक्षण किया। अपने निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष आर्य ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से लगभग 2.5 करोड़ रुपये की लागत से 240 छात्राओं के आवास हेतु एक नवीन छात्रावास भवन का निर्माण किया जाएगा। जिसके अंतर्गत राशि स्वीकृत होकर टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। जुलाई माह में भूमिपूजन के उपरांत निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। जिससे बच्चियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होकर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकेगी। निरीक्षण के दौरान आर्य ने गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के सहयोग से प्रस्तावित 300 बालिकाओं के लिए एक अन्य छात्रावास भवन स्थल का भी अवलोकन किया। जो निवाली में ही कस्तूरबा गांधी वनवासी कन्या आश्रम में ही निर्माण किया जाएगा। उन्होंने आश्रम परिसर, छात्राओं की दिनचर्या, व्यवस्थाओं एवं शैक्षणिक गतिविधियों का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर आश्रम की निदेशक दीदी पुष्पा सिन्हा से अध्यक्ष आर्य ने विस्तृत चर्चा की एवं आश्रम के उन्नयन, भविष्य की योजनाओं तथा छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु केंद्र एवं राज्य स्तर से यथासंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
संक्षिप्त पृष्ठभूमि-
कस्तूरबा गांधी वनवासी कन्या आश्रम, निवाली की स्थापना 27 मार्च 1953 को पद्मश्री कांता बहन त्यागी द्वारा केवल चार बालिकाओं के साथ की गई थी। यह आश्रम आज लगभग 970 से अधिक छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास एवं संस्कारित जीवन मूल्यों से समृद्ध कर रहा है। यह संस्थान कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट की एक शाखा है तथा वर्षों से अनुसूचित जनजाति समाज की बालिकाओं के लिए आशा, आत्मनिर्भरता एवं उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक बन चुका है।
सेंधवा के लिए 5 करोड़ स्वीकृत
वहीं सेंधवा में आदिवासी बच्चों की शिक्षा व उत्थान के लिए वनवासी श्रीराम आश्रम में 100 सीटर छात्रावास का निर्माण सीएसआर (कॉर्पाेरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) योजना के तहत छात्रावास के निर्माण हेतु जवाहरलाल नेहरू पोर्ट प्राधिकरण के अधिकारियों ने आश्रम का किया निरीक्षण कर विस्तृत जानकारी ली गई थी । उन्होंने आर्य को पत्र लिख कर अवगत कराया गया कि आपके द्वारा जो 100 सीटर छात्रावास की सिफारिश की गई थी । उसे स्वीकृति प्रदान कर करीबन 5 करोड़ रुपए की योजना बनाई जा रही है । शीघ्र ही इस पर कार्यवाही कर टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाएगी । अब प्रकरण तैयार होकर आगे की कार्यवाही की जावेगी । उक्त जानकारी भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल ने दी।