इंदौर

पुण्यश्लोका लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की त्रिशताब्दी जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष में महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन।

पुण्यश्लोका लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की त्रिशताब्दी जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष में महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन।

पुण्यश्लोका लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की त्रिशताब्दी जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष में महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन।

मां अहिल्या ने सनातन धर्म और अध्यात्म की रक्षा का बीड़ा आज से 300 साल पहले ही उठा लिया था -श्रीमती विनीता धर्म

हम सौभाग्यशाली है कि हम मां अहिल्या की नगरी के रहवासी हैं –  सुमित मिश्रा

इंदौर। इंदौर की न्याय प्रिय एवं दूरदर्शी शासिका पुण्यश्लोका लोकमाता देवी अहिल्याबाई की होलकर की त्रिशताब्दी जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष में भारतीय जनता पार्टी द्वारा देशभर में महिला शक्ति को समर्पित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं।इसी के निमित्त नगर भाजपा द्वारा भी शहर की हर एक विधानसभा में विभिन्न प्रतियोगिताएं एवं कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें आज विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 में स्थित वैष्णव कॉलेज में अहिल्या माता को समर्पित कार्यक्रम महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन भी आयोजित किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में महिला शक्ति ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता विनीता धर्म ने आयोजन में सम्मिलित महिला शक्ति को संबोधित करते हुए बताया कि लोकमाता अहिल्याबाई एक ऐसी महिला शासिका थी जिन्होंने सनातन धर्म और अध्यात्म की रक्षा का बीड़ा आज से 300 साल पहले ही उठा लिया था। उन्होंने ज्योतिर्लिंगों के साथ-साथ अन्य मंदिरों के भी जिर्णोद्धार करवाया और अहिल्या माता के बाद उनके इस कार्य को हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आगे बढ़ाया और लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी से प्रेरणा लेते हुए अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण करवाया एवं वहां श्री रामलला को भी विराजित किया गया।

नगर अध्यक्ष  सुमित मिश्रा  ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिला शक्ति एवं संगठन की पदाधिकारी को संदेश दिया कि हमारे देश में सदा सदा से ही महिला शक्ति को ही सर्वोपरि माना गया है ।हम हमेशा भगवानों के नाम भी राधा कृष्ण सीताराम उमाशंकर इसी तरह लेते हैं क्योंकि नारी ही नारायणी है।वहीं शक्ति के स्वरूप में जब बल की बात आती है तो हम मां दुर्गा को याद करते हैं। ज्ञान एवं विद्या की देवी माता सरस्वती को याद करते हैं। अन्न एवं भोजन के लिए माता अन्नपूर्णा को पूजा जाता है। भारतीय संस्कृति में सदैव ही महिलाओं को सर्वोच्च स्थान दिया गया है और यह हमारे पुराण और शास्त्रों में भी बताया गया है कि प्राचीन काल में महिलाएं भी युद्ध में भाग लेती थी।दशरथ जी के साथ कैकई माता ने भी युद्ध में भाग लिया था। रानी लक्ष्मीबाई हो या अन्य महिला शासिकाए सभी शासन करना भी जानती थी ,ग्रहस्थी का संचालन भी करती थी एवं युद्ध के मैदान में भी दुश्मन को परास्त भी करती थी। इंदौर की महारानी लोक माता अहिल्याबाई की होलकर भी सभी विद्या, युद्ध कौशल एवं कलाओं में पारंगत थी और हम सब काफी सौभाग्यशाली है जो हम सब माता अहिल्या की नगरी के रहवासी हैं। माता अहिल्याबाई होल्कर जी के विचारों को अगर कोई पार्टी आगे बढ़ा रही है तो वह भारतीय जनता पार्टी है और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है।

कार्यक्रम में विधानसभा चार की विधायक मालिनी गौड़ भी मुख्य रूप से उपस्थित रही। जिन्होंने लोकमाता अहिल्याबाई की जीवन गाथा से हर महिला को प्रेरणा लेने एवं लोकमाता अहिल्याबाई देवी जी के न्याय प्रिय स्वभाव को अपने जीवन में आत्मासात करने का संदेश दिया। श्रीमती मालिनी गौड़ ने बताया कि जब न्याय की बात आई तो लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर अपने बेटे को भी दंड देने से पीछे नहीं हटी। इसी तरह हर महिला को हिम्मत और न्याय प्रियता के साथ अपना जीवन यापन करना चाहिए।साथ ही जिस प्रकार अहिल्या माता ने अपने साथ-साथ अन्य कल्याणी महिलाओं को भी आगे बढ़ाया और उस जमाने में महिलाओं को संपत्ति कर में विशेष छूट भी दिलवाई थी। अहिल्या माता ने कल्याणी महिलाओं स्वरोजगार भी सिखाया। जिसका एक उदाहरण महेश्वरी साड़ियां है जो कि आज विश्व भर में प्रसिद्ध है।

कार्यक्रम में पूर्व केबिनेट मंत्री एवं विधायक उषा ठाकुर भी शामिल हुई। जिन्होंने महिला शक्तियों को शास्त्र और शास्त्र दोनों ही विद्या में पारंगत होने के लिए प्रेरित किया। सुश्री उषा ठाकुर ने बताया कि आप सभी अपने घर पर कम से कम दो तलवारे रखें, तलवार चलाना सीखें एवं बंदूक एवं उसका लाइसेंस भी बनवा कर रखें। साथ ही शास्त्रों का ज्ञान भी रखें और शास्त्रों का ज्ञान बढ़ाने के लिए अध्यात्म का ज्ञान होना काफी ज्यादा जरूरी है। हम सभी सनातनी प्रेमियों को अपने-अपने मोहल्ले या क्षेत्र के मंदिरों में बढ़-चढ़कर पूजा अर्चना करनी चाहिए और अध्यात्म के लिए समय निकालना चाहिए ।लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर भी बचपन से ही बहुत बड़ी शिव भक्त थी और नियमित भगवान शिव की पूजा एवं अर्चना करती थी और अध्यात्म के मार्ग से ही उन्हें शासन करने की प्रेरणा मिली। जिसको उन्होंने आगे बढ़ाते हुए सनातन धर्म की रक्षा एवं मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य कराकर पूरा किया। माता अहिल्याबाई होलकर ने महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ा और उन्हें लघु उद्योग आदि जैसे कार्यों में पारंगत किया।

महिला मोर्चा नगर अध्यक्ष श्रीमती शैलजा मिश्रा,महिला मोर्चा नगर महामंत्री एवं पार्षद श्रीमती कंचन गिदवानी,श्रीमती संध्या यादव,महिला मोर्चा नगर उपाध्यक्ष श्रीमती वृंदा गौड़ एवं मातृशक्ति मुख्य रूप से उपस्थित रहीं।

 

 

 

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