सेंधवा। अग्रवाल समाज द्वारा सात दिवसीय निशुल्क एक्यूप्रेशर वाइब्रेशन एवं सुजोक थेरेपी शिविर का शुभारंभ

सेंधवा। अग्रवाल समाज द्वारा सात दिवसीय निशुल्क एक्यूप्रेशर वाइब्रेशन एवं सुजोक थेरेपी शिविर का महाराज अग्रसेन के चित्र पर माल्यार्पण व पूजन कर शिविर का विधिवत शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे ।
अग्रवाल समाज के सुनील अग्रवाल व निलेश अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को सुबह 9.30 बजे सत्यनारायण मंदिर की पहली मंजिल पर शिविर का उद्घाटन किया गया । शिविर के पहले 62 लोगो का रजिस्ट्रेशन होकर उपचार किया गया। जिसमें नगर सहित निवाली, धनोरा, चाचारिया, बलवाड़ी से भी मरीज शिविर में पहुंचे । इस दौरान समाज अध्यक्ष श्यामसुंदर तायल ने बताया कि बिना औषधि के उपचार हेतु समाज द्वारा दिनांक 19 मई से 25 मई तक सात दिवसीय निशुल्क एक्यूप्रेशर वाइब्रेशन एवं सुजोक थेरेपी पद्धति द्वारा इलाज किया जा रहा है । इसके पूर्व भी समाज ने दो बार इसी तरह का शिविर का आयोजन किया गया था जिससे लोगों को इलाज से फायदा मिला था इस लिए समाज ने पुनः शिविर का आयोजन किया है । कैलाश एरन ने कहा कि एक्यूप्रेशर वाइब्रेशन एवं सुजोक थेरेपी पद्धति से दर्द में राहत मिलती है यह पुरानी पद्धति होकर घरेलू उपचार है । सुनील अग्रवाल ने बताया कि हमारे शरीर में के हाथ पैर में कई पॉइंट होते है जिन पर दबाव बनाने पर कुछ बीमारी से राहत मिलती है प्राचीन काल में ऋषि मुनि व वैध जड़ी बूटी के साथ एक्यूप्रेशर वाइब्रेशन का भी उपयोग कर उपचार किया जाता है । योग, व्यायाम स्वास्थ जीवन में अनिवार्य अंग माना गया है । एक्यूप्रेशर वाइब्रेशन एवं सुजोक थेरेपी चुंबकीय पद्धति से कई रोगों से मुक्ति मिलती है । शिविर में इलेक्ट्रिक फुल बॉडी ऑक्सीजन एंड ब्लड सर्कुलेशन मसाजर मशीन (सुपर, बीसीएम) एक्यूप्रेशर मशीन, जो एक्यूप्रेशर थेरेपी के उपकरणों में से एक है, कई लाभ प्रदान करती है। यह माइग्रेन, तनाव, और मांसपेशियों के दर्द से राहत दिला सकती है, नींद में सुधार कर सकती है, और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती है।एक्यूप्रेशर मशीन शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर दबाव डालकर काम करती है, जिन्हें एक्यूप्रेशर पॉइंट कहा जाता है। इन बिंदुओं को दबाने से ऊर्जा का प्रवाह बेहतर होता है, जो तनाव और दर्द को कम करने में मदद करता है । शिविर में प्रातः 8 बजे से दोपहर 12 बजे दूसरी शिप्ट में शाम 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक उपचार किया जाएगा । चुंबकीय पद्धति से एक्यूप्रेशर वाइब्रेशन के माध्यम से शरीर में मोटापा, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, न्यूरोपैथी, शोल्डर, फ्रोजन, कब्ज गैस, सर्वाइकल गर्दन का दर्द, पुराना सर दर्द, सायटिका, आंख कान नाक, गले का दर्द, किडनी, मुंह, कमल दर्द, जोड़ो का दर्द, पैरालिसिस, घुटने का दर्द, श्वास की तकलीप, लंबाई बढ़ाना, मानसिक तनाव, छोटे बच्चे को नींद में पेशाब आना, नींद आना, अनेक प्रकार के दर्द, अनेक रोगों का इलाज बिना दवाई के प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा उपचार किया जा रहा है । शिविर में समाज के अध्यक्ष श्यामसुंदर तायल, कैलाश एरन, गिरधारी गोयल, शंकरलाल गोयल, सुनील अग्रवाल, निलेश अग्रवाल, सौरभ तायल, महेश गर्ग, राजेंद्र नरेडी, निर्मला मंगल, ज्योत्सना अग्रवाल, रानी मंगल, ओम प्रकाश तायल, हरि गोयल मौजूद थे ।