श्री वैष्णव कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

श्री वैष्णव कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
इंदौर।श्री वैष्णव कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया (RFI) एवं नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया (NDLI) के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 26 अप्रैल 2025 को अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन श्री वैष्णव कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स ,इंदौर में किया गया। संगोष्ठी का विषय “Indian Knowledge System: A Catalyst for Sustainable Development and Global Leadership” रहा, जिसमें देश-विदेश के विद्वानों ने सहभागिता की।मुख्य अतिथि के रूप में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर के कुलगुरु डॉ राकेश जी सिंघई उपस्थित रहे।इस अवसर पर गोष्ठी का सोविनियर का विमोचन किया गया।कार्यक्रम में कुलगुरु डॉ.सिंघई ने अपने वक्तव्य में भारतीय ज्ञान परंपरा को सतत विकास एवं वैश्विक नेतृत्व के लिए अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए कहा कि “आज का समय भारत के पारंपरिक ज्ञान को विश्व मंच पर प्रस्तुत करने का है।”विशेष अतिथि के रूप में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के कुलगुरु डॉ राजेश वर्मा और रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया, इंदौर के चेयरमैन डॉ सौरभ जैन मंचासीन रहे।डॉ राजेश वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि- “भारतीय ज्ञान प्रणाली ही वह जड़ है, जिससे विकास का वृक्ष फलीभूत हो सकता है।”वहीं, डॉ सौरभ जैन ने कहा, “RFI सदैव ऐसे मंचों का निर्माण करता रहेगा, जहाँ से भारतीय चिंतन वैश्विक चेतना में परिवर्तनकारी भूमिका निभाए।”
कार्यक्रम में श्री वैष्णव ट्रस्ट समूह के अध्यक्ष एवं श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पुरुषोत्तमदास पसारी ने कहा कि-“भारतीय ज्ञान प्रणाली सनातन काल से अपने श्लोक,ऋचायें, वेद,वेदांग,उपनिषद,पुराण आदि से समाज को सदमार्ग बताने का कार्य कर रहे हैं।”इस अवसर पर महाविद्यालय के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, सचिव महेश चिमनानी एवं श्री वैष्णव सहायक कपड़ा मार्केट कमेटी के सचिव देवेंद्र मुछाल एवं अन्य ट्रस्टीजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।इस संगोष्ठी में अंतरराष्ट्रीय अतिथि भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े, जिनमें डॉ डेज़ी एम. गालगना, डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन, फिलीपींस, डॉ चिन्ना प्रोमाइस चिन्वे, इग्नेटिस एज्यूरा यूनिवर्सिटी ऑफ एज्यू, नाइजीरिया,डॉ रुद्र पी.डी. धिमेरे, चेयरपर्सन, स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, नेपाल शामिल रहे। डॉ डेज़ी ने भारत की पारंपरिक शिक्षण पद्धति की वैश्विक प्रभावशीलता पर बल दिया। डॉ चिन्वे एवं डॉ धिमेरे ने भारतीय ज्ञान प्रणाली को टिकाऊ विकास की आधारशिला बताया।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। संस्था प्राचार्य डॉ परितोष अवस्थी ने स्वागत भाषण में कहा कि-“वर्तमान समय शोध परक हो रहा है,इससे शोधर्थियो को लाभ होगा वही भारतीय ज्ञान प्रणाली के विविध पक्षों को जानने का अवसर प्राप्त होगा। राष्ट्रीय संयोजक डॉ अजय जैन ने रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया का परिचय प्रस्तुत किया तथा संगोष्ठी संयोजक डॉ मनीष दुबे ने संगोष्ठी की रूपरेखा रखी। महाविद्यालय अध्यक्ष श्री अरविंदजी गुप्ता ने कहा कि “भारतीय शिक्षा प्रणाली की जड़ें जितनी गहरी हैं, वह उतनी ही सशक्त दिशा में भारत को वैश्विक नेतृत्व के लिए सक्षम बनाती हैं।”डॉ राकेश सिंघई एवं डॉ राजेश वर्मा सहित अन्य अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात सोवेनियर का विमोचन किया गया एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
संगोष्ठी में सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति के लिए डॉ. रेखा मेलवानी, डॉ. सपना परिहार (प्रथम) एवं डॉ. पुष्पेंद्र दुबे,मानसी पंवार (द्वितीय)को सम्मानित किया। गया।कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन प्रो. विभोर एरेन ने तथा समापन सत्र का संचालन डॉ मनीष दुबे ने किया। समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. सचिन शर्मा जी प्राध्यापक IIMS ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। कार्यक्रम के समापन समारोह में एडवोकेट देवराज परमार उपस्थित रहे उन्हें शुजालपुर क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में वंचित वर्ग के विद्यार्थियों की शिक्षा व्यवस्था एवं निशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराने के उत्कृष्ट कार्य हेतु रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा इंटरनेशनल अवॉर्ड फॉर सोशल वेलफेयर प्रदान किया गया।कार्यक्रम में डॉ. विजय ग्रेवाल ,डॉ. विनीता पाराशर, IPS कॉलेज,डॉ. गुंजन शुक्ला,प्राचार्य ,सिक्का कॉलेज, निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे।तकनीकी सहयोग प्रो.राजेश सेठी,डॉ. राकेश उपाध्याय एवं NDLI संयोजिका डॉ साक्षी मोटवानी, डॉ ललित चौहान, डॉ अनिल शर्मा, डॉ भाविक वोरा ने किया।सभी प्राध्यापकों की सक्रिय सहभागीता रही। कार्यक्रम में 200 से अधिक शोधार्थियो व शिक्षाविदों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम के आभार प्रदर्शन शासी निकाय के सचिव श्री महेशजी चिमनानी द्वारा किया गया।अंत में श्री वैष्णव ट्रस्ट समूह, महाविद्यालय प्रबंधन और आयोजकों ने इस सफल आयोजन के लिए सभी को हार्दिक बधाई दी।