धारमुख्य खबरे

आवारा श्वानों द्वारा मासूम रुद्रांश की मृत्यु – नागरिकों का ज्ञापन, समिति गठन एवं आर्थिक सहायता की माँग

लगातार बढ़ रहे श्वान के हमले एनजीओ बना रोडा नही हो पाती सही कार्रवाई।

आशीष यादव धार

धार नगर के बनियावाड़ी क्षेत्र में 15 फरवरी को चौथी कक्षा में अध्ययनरत मासूम रुद्रांश घोडेकर पर ट्यूशन जाते समय आवारा श्वानों के एक झुंड ने हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल रुद्रांश का इलाज कराया गया, किन्तु दुर्भाग्यवश उसने दिनांक 11 अप्रैल को अंतिम साँस ली। यह घटना पूरे नगर को झकझोरने वाली है वही शहर में कुत्तों की तादात बढ़ गई है ऐसे में आए दिन कुत्ते लोगों को पर हमला कर रहे है। इसके लिए नपा ने टेंडर प्रक्रिया की। इसमें फर्म का चयन हो चुका है। नपा द्वारा एक कुत्ते पर 1100 रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें नपा का लक्ष्य है वह 1500 से 2 हजार कुत्तों की नसबंदी करेंगी। जबकि शहर में 3 हजार से अधिक कुत्ते है। इधर शहर में कुत्तों को लेकर आमजनों में भी आक्रोश देखा जा रहा है। मंगलवार को शहरवासियों का कलेक्ट्रेट में एकत्रीकरण होगा। इसमें कुत्तों पर कार्रवाई को लेकर मांग की जाएगी।

शहर की समझया बने यह:
नगरवासियों का कहना है कि नगर पालिका को कई बार आवारा कुत्तों की समस्या के संबंध में सूचित किया गया, परंतु समय रहते कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया। 15 फरवरी की घटना के बाद जब पालिका की टीम ने कुत्तों को पकड़ने की कोशिश की, तब तथाकथित एनिमल वेलफेयर एक्टीविस्टों ने कानूनी प्रावधानों का हवाला देते हुए आक्रमक कुत्तों को छुड़वा दिया। जबकि मेडिकल रिपोर्ट में रुद्रांश में रेबीज संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उक्त कुत्ता संक्रमित था। नपा द्वारा कुत्तों की नसबंदी को लेकर स्थान का चयन किया है। इसमें गंजीखाना स्थित पशु चिकित्सालय में बने शेल्टर होम में कुत्तों की नसंबदी की जाएगी। इसमें नियमों का विशेष ध्यान दिया जाएगा। उनके खानपान का भी ध्यान दिया जाएगा। वहीं जिस स्थान से कुत्तों को नसबंदी के लिए उठाया जाएगा उपचार के बाद उसे उसी स्थान पर छोड़ा जाएगा।

जनता ने आदोलन की चेतावनी:
नगरवासियों ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन शीघ्र उचित कदम नहीं उठाता, तो वे व्यापक जनआंदोलन शुरू करेंगे। इस प्रकार की घटनाएँ केवल नगर पालिका की निष्क्रियता नहीं, बल्कि मानव जीवन की सुरक्षा के प्रति लापरवाही का परिणाम है। वही शहर की जनता में रोशनी पाटीदार को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की वही इस अवसर पर कालीचरण सोनवानिया, जयराज देवड़ा, हुकुम लशकरी, चेतन राठौर, अजीत जैन, गेंदालाल जी बामनका, अनीता लशकरी, ज्योति सोनवानिया, सलोनी पिपलोदिया, शिव पटेल, राजेश डाबी, ममता जोशी, विनय छाबड़ा, प्रवीण मकवाना, निलेश काशलीवाल, मिलन पाल, डॉ. कमल जैन, नमन रावल, संजय पुराणिक, विपिन राठौर, गुंजन सोनवानिया, कैलाश पिपलोदिया व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

11 वर्षीय बालक ने अपनी जान गंवा दी थी:
शहर में कुत्तों को लेकर सोशल मीडिया पर एक मैसेज चल रहा इसमें बताया गया कि नगर एक ज्वलंत समस्या से जूझ रहा है। पिछले कई महीनों से कुत्तों का है। आतंक बढ़ गया है। इसमें नपा को कई बार लिखित एवं मौखिक आवेदन निवेदन करने के बावजूद कोई उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं निजी सहभागिता से कुत्तों को पकड़ने के लिए कदम उठाते है तो निजी एनजीओ पुलिस रिपोर्ट की धमकियां देते है, जो कदापि न्यायोचित नहीं है और जिसका नतीजा यह रहा कि 11 वर्षीय छोटे बालक ने अपनी जान गंवा दी। जो अत्यंत पीड़ादायक है एवं संपूर्ण क्षेत्रवासियों के लिए गहरा आघात है।

 

मुख्य माँगें:
1. पशु जन्म नियंत्रण नियम-2001 और 2023 के अनुसार नगर पालिका में तत्काल एक स्थानीय निगरानी समिति का गठन किया जाए, जिससे ऐसे मामलों में सटीक कार्रवाई संभव हो सके।
2. उग्र व रेबीज संक्रमित कुत्तों को नगर पालिका द्वारा चिन्हित कर पकड़ा जाए एवं शेल्टर में रखा जाए।
3. कथित एनिमल वेलफेयर एनजीओ या व्यक्तियों द्वारा नगर पालिका की कार्रवाई में बाधा डालने पर कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जाए।
4. मासूम रुद्रांश के निर्धन परिवार को आर्थिक सहायता (Red Cross या अन्य माध्यम से) उपलब्ध करवाई जाए ताकि ईलाज में हुए खर्च की भरपाई हो सके।
5. नगर में कुत्तों के टीकाकरण व नसबंदी कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!