तेदुओं की आपसी लड़ाई में घायल हुआ था तेंदुआ मृत अवस्था में पड़ा था। आरोपियों ने निकले नाखून
दो आरोपी गिरफ्तार तेंदुए के 4 नाखून व अन्य अवशेष किए जब्त। वही दोनों आरोपियों को पहुँचाया जेल।

आशीष यादव धार
वही एक मार्च को मांडू व धामनोद रेंज के मध्य एक मृत अवस्था में तेंदुआ मिला था वही तेंदुए को कुछ ग्रामीणों ने देखा था मगर उसकी सूचना विभाग को नही दी। वही फिर आरोपियों द्वारा रात के अंधरे में तेंदुए के नाखुन निकाल लिए वही बाद में बकरी चराने वाले युवक को यह तेंदुआ मृत अवस्था में मिला जिसकी सूचना ग्रामीणों के साथ वन विभाग को दी इसके बाद वन विभाग पर पहुंचकर पंचनमा बनाया और जांच में लेकर आरोपियों की तलाश की गई।वही वन विभाग द्वारा आरोपियों को एक सप्ताह के अंदर ही पकड़ लिया था वहीं आरोपियों से शक्ति से पूछताछ की गई जिसमे उन्होंने अपना जुर्म कबूल किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शेर के नाखून निकालने से परिवार में शादी जल्दी हो जाती है। वन विभाग दोनों आरोपियों की जांच कर रहा है कि कहीं वे इस तरह के अन्य अपराधों में भी तो शामिल नहीं हैं। दोनों को न्यायालय में पेश किया गया है। जहाँ से उन्हें जेल पहुँचा दिया है।
200 फीट गहरी खाई में शव जिसको निलंबित किया उसी ने आरोपी को पकड़ा:
धामनोद वन परिक्षेत्र के भारुडपुरा बीट अंतर्गत,मालीपुरा क्षेत्र की 200 फीट गहरी खाई में, तेंदुए का शव संदिग्ध अवस्था में मिला था। सूचना मिलने पर, वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। शव करीब 5से7 दिन पुराना था। जिसमें तेंदुए का एक पंजा गायब मिला था। शव पर घाव थे और डॉक्टरों की टीम द्वारा, पोस्टमार्टम कराया गया। इंदौर से फॉरेन्सिक और डॉग स्क्वायड की मदद से भी जांच की गई। तेंदुए की मृत्यु होने के बाद डीएफओ सौलंकी द्वारा कर्मचारियों को निलंबित व नोटिस दिया था जिसमें निलंबित पाटीदार ने खुद विभाग का सयोग कर आरोपियों को पकड़ने में अन्य कर्मचारियों की मदद की। जिसमे आसपास के गांवों में पूछताछ के बाद दो संदिग्ध पप्पू पिता सेवादार डावर उम्र 30 वर्ष निवासी मांडव और कैलाश पिता छितर उम्र 45 साल निवासी मांडव को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने, तेंदुए के मृत अवस्था में होने के बाद उसके नाखून निकालने की बात कबूली। चार नाखून खेत में छिपाकर रखे गए थे, जिन्हें वन विभाग ने बरामद कर लिया।
आपसी लड़ाई में घायल हुआ था तेंदुआ:
वन्य प्राणियों में भी अपने इलाकों को लेकर आए दिन झगडे होते रहते हैं जिसको लेकर एक अन्य तेंदुए के बीच खूनी संघर्ष हुआ था इस बीच यह तेंदुआ घायल हो गया था वहीं घायल अवस्था में कुछ दिन रहा जिसे पूर्ण भोजन व पानी नहीं मिलने के कारण यह अधमरा हो गया जिसके बाद गर्मी अधिक होने से तेंदूए का एक जगह धूप में होना भी मौत का कारण था। वही इसमें ओर आरोपी पकड़ना है जिसके लिए टीम प्रयास कर रही है। बता देकि वन अपराध प्रकरण दर्ज कर, न्यायालयीन कार्यवाही की जा रही है। यह कार्रवाई डीएफओ अशोक कुमार सोलंकी के के मार्गदर्शन में एसडीओ धनसिंह मेड़ा व वन परिक्षेत्र अधिकारी विवेक सिंह पटेल व वन रक्षक दिलीप पाटीदार सहित वन रक्षक का विशेष योगदान रहा,अन्य सहयोगी कमल सिंह बघेल परिक्षेत्र सहायक ,पवन कनासिया ,धनसिंह मुवेल रहे
पूरी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।