सेंधवा में गणगौर पर्व- कुम्हार के घर से गणगौर के जोड़े लाकर किया पूजन

सेंधवा। वेलोसिटी कॉलोनी महिला मंडल के द्वारा गणगौर माता का पूजन किया जा रहा है। सभी महिलाएं सुबह बगीचे में जाकर दुब लाकर गणगौर माता का पूजन कर रही है। महिलाएं व युवतियां सप्तमी के दिन गाजे बाजे के साथ कुम्हार के घर से गणगौर के जोड़े लेकर आई। उसे सजाया गया। उसमें ईशर, गणगौर ,मालन, माली और विमल दास जी होते हैं। सप्तमी से उनकी पूजा की शुरू हो गई है। इसी दिन जवारे बोए गए और शाम को गणगौर के गीत गाना शुरू हो गए है। सप्तमी से ही लड़कियांें द्वारा गणगौर माता को घर-घर घूमाने ले जाने का दौर भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को कुम्हार के घर से गणगौर के जोड़े लाने के दौरान वेलोसिटी कॉलोनी की ललिता शर्मा ,ज्योति शर्मा, पिंकी शर्मा, सुनिधि शर्मा, अंशिता गंगराड़े, भाग्यश्री शर्मा, तनिष्का शर्मा, अनीता शर्मा उपस्थित थे।
ऐसे मनाया जाता है गणगौर त्यौहार-
मंडल की अंतिम बाला शर्मा ने बताया कि होली के दूसरे दिन से लड़कियां अपना जोड़ा बनाकर गणगौर की पूजा करती है। होली की राख से 16 पिंडी बनाकर पाटे पर रखकर साथ में बिजोरा बनाकर कंकू ,मेहंदी ,हल्दी, गुलाल ,चावल आदि से पूजा करती है। गणगौर की पूजा लड़कियां दुब से करती है। गणगौर पूजते समय कुंवारी लड़कियां 8-8 और ब्यावली लड़कियां 16-16 बिंदी कंकू, मेहंदी, हल्दी ,काजल से लगाती है। गोर-गोर गणपति ईश्वर पूजे पार्वती गाकर 16 बार पूजती है।