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होली का रंग चढ़ा बाजार में सजने लगी पिचकरिया रंगो की दुकाने कीमत बढी होलिका दहन के साथ भगोरिया का होगा समापन।

हर्बल गुलाल की मांग बडी, बच्चो में उत्साह केमिकल वाले रंगों से लोगो की रहेगी दूरी इस बार की होली में रंगों के साथ बिखरेगी खुशबू

आशीष यादव धार.

होली का त्योहार आया और बाजार होने लगे गुलजार वही
राजा भोज के आंगन में होली आई रे की गूंज सुनाई देने लगी है। सभी जगह तरफ रंगों की बहार है। नीला, पीला, हरा, गुलाबी और कच्चे व ने पक्के रंगों का संसार सजकर तैयार हो गया है। शहर में करीब – 100 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया -जाएगा। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी कर दिए है वही मार्च के महीने का इंतजार सबको रहता है 14 मार्च को होली का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। होली को लेकर बच्चों से लेकर बजुर्गों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। बाजार भी रंगों से सराबोर हो चुके है। इस साल बच्चों के लिए नई तरह की पिचकारियां बाजार में देखने को मिल रही है। इस बार भी प्राकृतिक रंगों की मांग लोगों ने की है। सभी लोग इक्रो फ्रेंडली होली बनाने को लेकर काफी उत्साह नजर आ रहा है। बाजार में दुकान है सज गई है वह दुकानों राजनेता व अभिनेताओं की पिचकारी व कार्टून मार्क्स भी बाजार में बच्चो की पसद बने हुए है इस बार त्योहार को बड़े धूमधाम से मानने की तैयार चल रही है।

एक से बढ़कर एक रगों की सजी दुकानें:
रंगों के त्योहार होली आया है इसको लिए बाजार तैयार है। दुकानों पर रंग, गुलाल, अबीर के साथ रंग-बिरंगी पिचकारी, गुब्बारे और मास्क सजने लगे हैं। इस बार होली रंग-बिरंगी ही नहीं, बल्कि खुशबूदार भी रहेगी। बाजार में कई तरह के ऐसे हर्बल रंग हैं, जो रंगत के साथ अपनी महक से भी त्योहार का मजा बढ़ाएंगे। व लोगो को इन रगों से कोई परहेज़ नही होगा। आनंद चौपाटी, राजवाड़ा हटवाड़ा,पो चौपाटी, नर्हसिह चौपाटी सहित कई इलाकों में रंग, पिचकारी की थोक व खेरची दुकानें लगती हैं।

20 से बढ़कर 30 फीसदी बाजार महंगा:
बढ़ती महंगाई के दौर में इस बार बाजार में हर्बल रंग की बिक्री में जबर्दस्त इजाफा हुआ है। थोक कारोबारियों के अनुसार, पिछले साल तक हर्बल रंग की मांग 20 फीसदी थी, जो बढ़कर 30 फीसदी तक पहुंच गई है। होली एक सप्ताह पहले तक आसपास के गावो से लोग रंग, अबीर और गुलाल खरीदने शहर आ रहे है। वही होली का त्यौहार हिन्दू धर्म मे बड़े त्यौहार में माना जाता है। इस त्यौहार को गमी में रग डालने का काम कर रहै है।

अन्य जिलो व प्रदेशो से लाते माल:
थोक कारोबारी अनुराग भाटी ने बताया कि इंदौर के साथ मथुरा, गुजरात , दिल्ली सहित अन्य शहरों से रगों की खरीदी करते है। आपको बता दे कि कुछ साल पहले तक चीन की पिचकारियों का मार्केट में बड़ा कब्जा था। अब ये चीनी पिचकारियां बाजार से पूरी तरह गायब हो गई हैं। अभी इंदौर, मुंबई और अहमदाबाद अन्य बड़े शहरों से पिचकारियां आ रही हैं। साथ ही ग्रमीण क्षेत्रो में होली किं खरीदी जोरो से ख़रीदी चल रही है।

मोदी ओर राहुल वाली पिचकारी का चलन:
इस बार भी बाजार दोनों बड़े नेताओं की पार्टियों के आधार पर भी पिचकरिया बाजार में बिक रही है। वहीं इस वक्त मोदी व राहुल पैटर्न की पिचकरिया माक्स व बलून बाजार में ज्यादा दिख रहा है वहीं कहीं गुब्बारे मोदी व राहुल के साथ नेताओ की फोटो लगी हुई । तो इसबार बाजार में नई तरह से तैयारी सज गए है। वही इस बार प्रेशर पंप की मांग की मांग ज्यादा है इसमें 6 किलो कलर आता है व इसकी किमत भी 15 सौ रु तक होती है।

रंग-गुलाल खरीदती महिला:
एमजी रोड, धानमंडी, जवाहर मार्ग, राजबाड़ा में रंगों का बाजार सजा हुआ है। यहां पर छोटे बच्चे अपने नगर में सजी पिचकारी की दुकान। पंसदीदा कार्टून कैरेक्टर की पिचकारियां लेने पहुंचे। इसके साथ ही युवक-युवतियों ने हर्बल कलर के गुलाल खरीदे। शहर के मुख्य बाजारों में होलिका दहन की पूजन सामग्री खरीदने के लिए शाम को महिलाओं की भीड़ बाजारों में देखने को मिली। इस दौरान महिला ने मिठाईयां, नरियल और होलिका चढ़ाने वाले श्रृंगार सामग्री और गेहूं की उम्बी खरीदी।

बाइक पार्टी सहित अधिकारी रहेंगे तैनात:
सीएसपी रविन्द्र वास्कले बताया शहर की सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम कर दिए गए है। 14 मार्च को शहर में मोबाइल पार्टी, बाइक पार्टी, पुलिस अधिकारी, दोनों थानों की फोर्स मौजूद रहेंगी। इसके साथ ही दो दर्जन फिक्स पाइंट भी तैनात किए गए है। हुडदंग करने वाले लोगों पर पुलिस ने पैनी नजर रहेगी। इस दौरान कुछ गड़बड़ी होती है तो उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई पुलिस विभाग करेगा। वही यातायात अधिकारी रोहित निक्कम ने बताया की होली पर्व को देखते हुए शहर में जगह- जगह पुलिस के चेकिंग पाइंट लगाए गए हैं। जिसमे तेज गाड़ी चलाने वालों पर समझाइश के साथ करवाई की जाएगी।

होली एवं रंग पंचमी शराब दुकाने बंद:
धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने धार जिले में 14 मार्च को होली व 19 मार्च को रंगपंचमी का त्यौहार शांतिपूर्वक मनाए जाने हेतु कानून व्यवस्था बनाए रखने की दृष्टि से संपूर्ण जिले में मदिरा का क्रय-विक्रय पूर्णतः प्रतिबंधित किए जाने का आदेश जारी किया है। आदेश के तहत होली के लिए 13 मार्च को रात्रि 11.30 बजे से 14 मार्च को सांयकाल 4 बजे तक की अवधि एवं रंगपंचमी के त्यौहार के लिए 18 मार्च की रात्रि 11.30 बजे से 19 मार्च को सांयकाल 04.00 बजे तक की अवधि के लिए धार जिले की समस्त कंपोजिट मदिरा दुकानें एवं समस्त होटल बार (एफ.एल.-3) लायसेंस तथा वाईन रिटेल आऊटलेट को बंद रखे जाने तथा इस अवधि में मदिरा का क्रय-विक्रय पूर्णतः प्रतिबंधित किए जाने के लिये आदेशित किया है। अतः उपरोक्त शुष्क दिवस आदेश का पालन कडाई से कराया जाना सुनिश्चित करें।

शांति समिति की बैठक सम्पन्न:
आगामी त्योहारों को सौहार्दपूर्ण और व्यवस्थित रूप से मनाने के लिए शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी प्रियंक मिश्रा ने की, जबकि पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, एएसपी गीतेश कुमार गर्ग, एसडीएम रोशनी पाटीदार, रविन्द्र वास्कले, समीर पाटीदार, सहित प्रशासनिक अधिकारी और समिति सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी त्योहार परंपरागत रूप से मनाए जाएंगे, और नगर में शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रशासनिक व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहेंगी। विद्युत तार, केबल लाइन, और संकीर्ण मार्गों के पास होलिका दहन न किया जाए। दहन स्थलों पर मिट्टी डलवाकर सुनिश्चित किया जाए कि डामर सड़क खराब न हो। हरे वृक्षों की कटाई पर रोक रहेगी। नगरपालिका को पर्याप्त सफाई और निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ईद के दौरान भी शांति समिति के सदस्य व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने में सहयोग करेंगे।

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त:
पूर्णिमा तिथि का आरंभ 13 मार्च रात्रि 10:02 बजे
भद्रा समाप्ति: 13 मार्च रात 10:37 बजेहोलिका दहन का शुभ समय: 13 मार्च रात्रि 10:37 बजे के बाद,
मध्य रात्रि में केवल 1 घंटा 4 मिनट का समय
भद्रा समाप्ति: मध्य रात्रि के बाद शुभ मुहूर्त अवधि: 1 घंटा 4 मिनट होलिका दहन पूजा-विधि होलिका दहन देश काल एवं नाम गोत्र के उच्चारण के साथ संकल्प लेकर करें । होलिका की पूजा करने से पहले भगवान श्रीगणेश और भक्त प्रह्लाद का ध्यान करें । इसके बाद होलिका में फूल, माला, अक्षत, चंदन, साबुत हल्दी, गुलाल, पांच तरह के जनाज, गेहूं की बालियां आदि अर्पित करे और भोग लगाएं । फिर कच्चा सूत लपेटते हुए होलिका के चारों ओर तीन बार परिक्रमा करें । होलिका मंत्र – ‘असूक्याभयसंत्रस्तैः कृता त्वं होलि बालिषैः. अतस्तवां पूजायिष्यामि भूते भूतिप्रदा भव..’ का उच्चारण करें । इसके बाद होलिका को जल का अर्घ्य देकर परिवार में खुशहाली व सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें । होलिका दहन के समय अग्नि में गोबर से बने उपले, उबटन, गेहूं की बाली, गन्ना व चावल आदि अर्पित करें । इसके बाद अगले होलिका दहन की राख माथे में लगाने के साथ पूरे शरीर पर लगाएं । मान्यता है कि ऐसा करने से जातक रोग मुक्त होता है।

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