इंदौरधर्म-ज्योतिष

नवलखा कांटाफोड़ शिव मंदिर पर आज से 11 लाख महामंत्रों का अखंड जाप, दूल्हे बने भोले बाबा को लगेगी हल्दी

पश्चिम बंगाल से आए एक दर्जन कलाकार बना रहे शिव-पार्वती लीला की अनुपम  झांकी

नवलखा कांटाफोड़ शिव मंदिर पर आज से 11 लाख महामंत्रों का अखंड जाप, दूल्हे बने भोले बाबा को लगेगी हल्दी

पश्चिम बंगाल से आए एक दर्जन कलाकार बना रहे शिव-पार्वती लीला की अनुपम  झांकी- 27 फरवरी तक होगा पांच दिवसीय शिव विवाह महोत्सव,  महाकाल की तर्ज पर 27 को होगी भस्मारती

इंदौर नवलखा स्थित मनकामेश्वर कांटाफोड शिव मंदिर पर पांच दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ रविवार, 23 फरवरी को सुबह 10 बजे ॐ नमः शिवाय महामंत्र के 11 लाख अखंड जाप्यानुष्ठान एवं दूल्हे बने भगवान भोलेनाथ और गोरा मैया को हल्दी लगाने की रस्म के साथ होगा। अखंड जाप अनुष्ठान में प्रतिदिन 16 विद्वान ब्राह्मण 4-4  के समूह में 6-6 घंटे के लिए शामिल होंगे। यह अनुष्ठान मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मलीन रामरतन अग्रवाल (अपोलो ग्रुप) की स्मृति में होगा।
मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विष्णु बिंदल, टीकमचंद गर्ग, सुभाष गोयल एवं  बीके गोयल ने बताया कि महोत्सव में इस बार समाजसेवी रामरतन अग्रवाल की स्मृति में 11 लाख महामंत्र जाप अनुष्ठान का शुभारंभ रविवार को सुबह 10 बजे से होगा।  स्व. अग्रवाल 1978 से 2012 तक मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे है। महोत्सव में दूसरे दिन सोमवार, 24 फरवरी को सुबह 10 बजे दूल्हे बने भगवान शिव को सैकड़ो श्रद्धालु मेंहदी लगाएंगे। मंगलवार, 25 फरवरी को  दूल्हे राजा को उबटन-लेपन की रस्म सुबह 10 बजे से प्रारंभ हो जाएगी। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर दोपहर 1 बजे से भगवान का केसर जल से स्नान कराया जाएगा और सांय 6 बजे से पश्चिम बंगाल से आए कलाकारों द्वारा निर्मित की जा रही शिव पार्वती की मनोहारी झांकी के दर्शन हो सकेंगे। मंदिर पर इस वर्ष भी पश्चिम बंगाल से आए एक दर्जन कलाकार शिव पार्वती की भव्य और दिव्य झांकी का निर्माण कर रहे हैं, जिसके मनोहारी श्रृंगार दर्शन आम भक्तों को बुधवार, 26 फरवरी को सांय 6 बजे से हो सकेंगे। गुरुवार, 27 फरवरी को महाकाल की तर्ज पर सुबह 5 बजे से भस्मारती होगी।

      बंगाली कलाकार पिछले कई वर्षों से कांटाफोड़ मंदिर पर प्रतिवर्ष शिवरात्रि महोत्सव एवं सावन माह में आकर भगवान शिव-पार्वती की लीलाओं का झांकी के रूप में निर्माण करते आ रहे हैं। इस बार भी गत 15 फरवरी से बारह कलाकार इस मनोरम झांकी के निर्माण में जुटे हुए हैं। महोत्सव की जोरदार तैयारियां मंदिर की भक्त मंडली द्वारा की जा रही है।

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