बड़वानी। राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सोलंकी ने किसानों के हित में केंद्रीय कृषि मंत्री से सदन में पूछा-इनाम योजना से अब तक कितनी मंडियों को जोड़ा गया है तथा इस योजना से जुड़ने पर किसानों को क्या-क्या लाभ होता है?

बड़वानी। सत्याग्रह लाइव। संसद के बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सदन में किसानों के हित में पूछा सवाल।
सांसद डॉ. सोलंकी ने अपने प्रश्न के माध्यम से पूछा कि इनाम योजना से अब तक कितनी मंडियों को जोड़ा गया है तथा इस योजना से जुड़ने पर किसानों को क्या-क्या लाभ होता है।।
राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी के उक्त सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि लगभग अभी तक 1,410 मंडियों को इनाम प्लेटफार्म से जोड़ा गया है, इनाम एक मांग आधारित योजना है साथ ही यह राज्यों के ऊपर है कि वो अपनी को इंटर मंडी व्यापार के लिए मंजूरी देनी पड़ती है।
एक केंद्रीकृत लाइसेंस होता है जिससे व्यापारी प्रदेश की हर मंडी व्यापार कर सकता है साथ ही अगर राज्य अनुमति दे तो इंटर स्टेट व्यापार भी इसके माध्यम से होता है। योजना के अंर्तगत अब राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को इनाम संचालन का विस्तार करने और स्थानीय आवश्यकताओं को पूरी करने के लिए फंड मंजूरी देने की शक्ति को भी विकेन्द्रित किया गया है,इसके दशा-निर्देशों को संशोधित किया गया है। राज्य स्तरीय मंजूरी समिति हमने बना दी और राज्य को ही अधिकार दे दिया कि उन्हीं को इनाम से जोड़ने की मंजूरी देना है कृषि राज्य का विषय है इसलिए मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि अब तक इनाम के अंतर्गत 31 दिसंबर 2024 तक विभिन्न राज्यों में अलग-अलग मंडियों में 1 करोड़ 78 लाख किसान इनाम पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके है और 31 दिसंबर 2024 तक 20 राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशों में कुल 640 मंडियों ने इंटर मंडी ट्रेड में भाग लिया और कुल 16.59 लाख मेट्रिक टन का कारोबार हुआ जिसका मूल्य है 5 हजार 22 करोड़ रुपये मुझे बताते हुए प्रसन्नता भी है विद्वान सदस्य डॉ सुमेर सिंह सोलंकी को 31 दिसंबर 2024 तक इनाम प्लेटफार्म पर कुल 65.48 करोड़ रुपये मूल्य का अन्तर्राजिय व्यापार हुआ है और 31 दिसंबर 2024 तक 22 राज्य-केंद्र शासित प्रदेशों को 948 मंडियों में 6 हजार 831 करोड़ रुपये का ई पेमेंट किया गया है।।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने राज्यसभा सांसद डॉ.सुमेर सिंह सोलंकी को जवाब देते हुए बताया कि आपने पूछा कि इससे किसानों को क्या लाभ होगा तो मंडी में जाने से पहले ही इनाम एप पर मौजूदा वस्तुओं की 3 दिन पहले तक कि कीमत किसान को पता चल जाती है वो जानकारी ले सकता है। किसान मोबाईल पर अपनी उपज का लाइव बिट वैल्यू देख सकते हैं कि किस मंडी ने कितने रेट लगाए है, किसान को ैडै के जरिये अपनी वस्तु की अंतिम बिट रेट का विवरण प्राप्त हो जाता है। किसानों के बैंक खाते में सीधे बीट वैल्यू अंतरित करने के लिए ऑनलाइन पेमेंट गेटवे उपलब्ध है। मोबाईल एप के जरिये लॉट के पूर्व पंजीकरण की रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है,किसान अपनी उपज को देशभर की किसी भी मंडी में अपना उत्पाद बेचने के लिए स्वतंत्र है उसको विकल्प मिले है प्रतिस्पर्धी मूल्य देखकर वो अपनी उपज को बेचता है इनाम देशभर में खरीददारों, व्यापारियों और किसानों के बीच सीधे व्यापार की सुविधा प्रदान करता है इनाम प्लेटफार्म के तहत ऑनलाइन भुगतान की सुविधा है। फॉमगेट मॉडूल्य किसानों को चित्र और गुणवत्ता मापदंडो के साथ अपनी उपज का लाटवार विवरण अपलोड करने और इनाम पर व्यापार करने के लिए बोली लगाने की सुविधा का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है और इसके लिए उसे अपनी उपज को भौतिक रूप से ले जाने की जरूरत नहीं है अगर वो भौतिक रूप से ले जाता तो मजबूरी हो जाती है कि वो बेच कर ही जाए वो अपने घर बैठे अपनी उपज को बेच सकता है