बड़वाह। कंपनी को टैक्स वसूली के बावजूद रोड़ की मरम्मत नहीं कराना पड़ा भारी….महेश्वर रोड़ टोल टैक्स कंपनी का ठेका हुआ निरस्त…

कपिल वर्मा बड़वाह। महेश्वर रोड पर टोल वसूली के बावजूद रोड़ की मरम्मत नहीं कराना टोल कंपनी को भारी पड़ गया हैं। विभाग ने कंपनी के बड़वाह से धामनोद तक वसूले जा रहे टोल के साथ ही बाकी अन्य पांच स्थानों का भी ठेका निरस्त कर दिया हैं। हांलाकि यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को सीधे तौर पर राशि में कोई फायदा नहीं मिलेगा। टोल कंपनी का ठेका निरस्त होते ही टोल को एमपीआरडीसी ने अपने अधिपत्य में लेकर अपनी ओर से नियुक्त आउटसोर्स एजेंसी के कर्मचारियों को टोल वसूली के लिए नियुक्त कर दिया हैं।
अब यहां वसूली जाने वाली राशि सीधे विभाग को दी जाएगी, वहीं रोड़ की मरम्मत भी अब विभाग कराएगा। इसके साथ ही जल्द ही विभाग इसके टेंडर निकालकर नए ठेकेदार को यहां रोड़ मरम्मत एवं टोल वसूली के लिए नियुक्त करेगी। टोल ठेका निरस्त होने में स्थानीय प्रशासन का महत्वपूर्ण योगदान माना जा रहा हैं। जनप्रतिनिधियों एवं महेश्वर रोड़ के रहवासियों द्वारा टोल ठेकेदार के खिलाफ लगातार शिकायतें की जा रही थी। वहीं चक्काजाम करने जैसी स्थिति भी बनी थी।
उसके बावजूद टोल कंपनी के द्वारा लापरवाही दिखाते हुए सिर्फ बहाने बाजी ही की गई। इसके चलते एसडीएम प्रताप अगास्या द्वारा टोल कंपनी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने को लेकर विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था। इसके बाद अंतत: विभाग द्वारा टोल कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया हैं।

रोड़ नहीं तब तक टोल नहीं—— बड़वाह धामनोद सड़क पर टोल वसूली का नया मॉडल लागू होने बात सामने आई है। क्षेत्र की जनता और कांग्रेस पार्टी दोनों ही प्रदेश की सरकार और एमपीआरडीसी के इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। मौजूदा खस्ताहाल स्थिति में ही पुरानी कंपनी आरएमएन टोल वेज को हटाकर यहां टोल वसूलने के नई व्यवस्था से नागरिक सहमत नहीं हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि टोल वसूली की नई व्यवस्था से जनता को किसी न किसी तरह लूटते रहने की इस सरकार की मंशा एक बार फिर से उजागर हो गई है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सरकार से मांग करती है कि टोल वसूली की नई व्यवस्था को भी बंद करें। सबसे पहले सड़क बनाए जाए। कांग्रेस की मांग है कि “रोड नहीं तो टोल नहीं”। उल्लेखनीय है कि आरएमएन टोल वेज द्वारा की जा रही टोल वसूली के खिलाफ कांग्रेस ने आंदोलन किया था।
भेजा था प्रस्ताव—— रोड़ की मरम्मत नहीं करने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं आमजनों द्वारा टोल कंपनी के खिलाफ लगातार बंद करने की मांग की जा रही थी। इसके बाद हमारे द्वारा एमपीआरडीसी को इसे हटाने को लेकर प्रस्ताव भेजा गया था। इसके बाद अब यहां का टोल निरस्त कर दिया गया हैं। प्रताप अगास्या, एसडीएम बड़वाह