बड़वानी। लोकायुक्त ने सहायक संचालक मत्स्य को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा

बड़वानी। जिला मुख्यालय पर बुधवार को लोकायुक्त ने जिला मत्स्य विभाग के कार्यालय में दबिश दी। इस दौरान सहायक संचालक मत्स्य उद्योग नारायण प्रसाद रायकवार को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोप है कि सहायक संचालक नारायण प्रसाद रायकवार ने हाईकोर्ट में स्टे का जवाब भेजने के एवज में फरियादी से 5 हजार की मांग की थी।
लोकायुक्त डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल ने बताया कि फरियादी महेश दिलवारे पिता फक्कन दिलवारें निवासी राजपुर जिला बडवानी द्वारा राजपुर जनपद के ग्राम जलगोन में सिंचाईं जलाशय जल क्षेत्र 85.780 हेक्टेयर को पट्टे पर लेकर समिति के माध्यम से मछली पालन का काम करता है। इसके द्वारा तालाब का पट्टा वर्ष 2013 में 10 साल के लिए लिया गया था। पट्टे को रिन्यू करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिसे कलेक्टर बडवानी ने गलती पाए जाने पर निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद जनपद पंचायत राजपुर ने दोबारा विज्ञापन जारी किया था। जिस पर आदिवासी डूब प्रभावित मछ्या समूह जलगोन के अध्यक्ष बधा की ओर से उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर से स्थगन आदेश लिया गया।
इसी स्थगन आदेश का जवाब 55 वर्षीय आरोपी नारायण प्रसाद रायकवार सहायक सचालक, मत्स्योद्योग द्वारा प्रस्तुत करने की एवज में आरोपी आवेदक से रिश्वत की मांग की जा रही थी। जिसकी शिकायत आवेदक ने सहायक पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर को की थी। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर एक जनवरी को ट्रैप दल का गठन किया गया। आरोपी को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रेप किया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम-2018 के तहत कार्रवाई की गई है।