सेंधवा। शहर पुलिस ने मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति को रातभर सुरक्षा में रखा, सुबह परिजनों के सुपुर्द कर लौटाई मुस्कान

सेंधवा। शहर के नए बस स्टैंड स्थित तेज होटल में मंगलवार को एक युवक द्वारा अनर्गल बातें करते हुए तोड़फोड़ की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। होटल के कमरे में युवक को चिल्लाते और तोड़फोड़ करते हुए पाया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम अतुल पिता विजय सिंह राजपूत निवासी ग्राम छगांव, पोस्ट गौरी बाजार, जिला देवरिया (उत्तर प्रदेश) बताया। बातचीत से पता चला कि वह मानसिक रूप से परेशान है। युवक के पास मिली डायरी में लिखा था कि आज वर्ष 2024 मेरे जीवन का आखिरी दिन है। मैं अपने जीवन से परेशान होकर इसे समाप्त करना चाहता हूं।ष् आत्महत्या के ऐसे विचार मिलने पर पुलिस ने उसे तुरंत सिविल अस्पताल सेंधवा ले जाकर प्राथमिक उपचार कराया।
थाना प्रभारी निरीक्षक श्री बलजीत सिंह बिसेन ने युवक के परिवार का पता लगाकर उसके भाई अप्पू राजपूत से संपर्क किया, जो रतलाम के पास रहता है। परिवार को स्थिति की जानकारी देकर तुरंत सेंधवा आने के लिए कहा गया।
रातभर युवक को पुलिस सुरक्षा में रखा गया और उसका पसंदीदा भोजन उपलब्ध कराया गया। उसकी देखभाल के लिए पांच पुलिसकर्मियों की टीम तैनात रही। सुबह युवक के भाई और परिजनों के सेंधवा पहुंचने पर उसे सुपुर्द किया गया। पुलिस ने परिजनों को सलाह दी कि वे उसे किसी विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं।
युवक के भाई अप्पू राजपूत ने कहा, हमारा भाई घर से दिल्ली के लिए निकला था, लेकिन मानसिक परेशानी के कारण खो गया। हम उसे ढूंढ रहे थे। सेंधवा पुलिस ने उसकी मदद कर हमें सूचना दी, उसका इलाज कराया और सुरक्षित रखा। हम थाना प्रभारी और उनकी टीम की मानवता के लिए दिल से आभारी हैं। उक्त कार्य में थाना प्रभारी निरीक्षक बलजीत सिंह बिसेन और उनके सहयोगियों का विशेष योगदान रहा।