महापौर, निगम अध्यक्ष और एमआईसी सदस्यों ने किया पद्मकुंड सफाई कार्य का निरीक्षण

ऐतिहासिक धरोहर पदम कुंड को संहेजने के साथ इस स्थल का करेंगे सौंदर्यीकरण।
खंडवा ( मुश्ताक मंसूरी)। शहर की पहचान चार प्राचीन कुंडो के माध्यम से होती है। प्राचीन काल से खंडवा में चारों दिशाओं में पूर्व में सूरज कुंड पश्चिम में पदम कुंड, उत्तर में रामेश्वर कुंड एवं दक्षिण में भीमकुंड स्थापित है। जिनका प्राचीन महत्व है। सभी स्थानों पर भोले बाबा विराजमान है। समाजसेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि ऐतिहासिक धरोहर प्राचीन पद्मकुंड पर वर्षों से गणेश महोत्सव और भगवान श्री गणेश की प्रतिमा एवं नव नवदुर्गा महोत्सव के समापन पर माताजी की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। बड़ी-बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन से ऐतिहासिक धरोहर पदमकुंड की शोभा कम होती जा रही है। आज आवश्यकता है पदमकुंड को सहेजने और इसके सौंदर्यीकरण की। जिसको लेकर महापौर अमृता अमर यादव लगातार प्रयास कर रही है। माता जी की बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन से पद्मकुंड पूरा भरा गया था। महापौर अमृता यादव के निर्देश पर क्षेत्र में सफाई का कार्य चल रहा था। सोमवार को कार्य का निरीक्षण महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव द्वारा निगम अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा एवं समस्त एमआईसी सदस्यों के साथ किया गया। इस निरीक्षण के दौरान पद्मकुंड के सौंदर्यीकरण एवं उन्नयन कार्य के संदर्भ में आवश्यक चर्चा की गई। महापौर ने इस स्थान की ऐतिहासिक महत्ता पर जोर देते हुए इसके संपूर्ण जीर्णाेद्धार की आवश्यकता पर बल दिया। निरीक्षण के दौरान महापौर ने सफाई कार्य की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सफाई कार्य प्रभावी एवं संतोषजनक हो। साथ ही इस स्थान को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने हेतु आगामी कार्य योजनाओं पर भी विचार-विमर्श किया गया।

पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा
महापौर ने कहा कि पद्मकुंड के सौंदर्यीकरण से न केवल यहां की धरोहर संरक्षित होगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसको लेकर खंडवा के सामाजिक संस्थाओं के लोगों से विचार विमर्श कर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा। इस अवसर पर महापौर अमृता अमर यादव के साथ निगम अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा, एमआईसी सदस्य सोमनाथ काले, राजेश यादव, विक्की बावरे, सुनील जैन भी उपस्थित रहे।
