खंडवा; राजस्व विभाग ने फॉरेस्ट को रेवेन्यू की जमीन हैण्डअवर की, अतिक्रमण वाली भूमि लेने से कतरा रहा वन विभाग

खंडवा ( मुश्ताक मंसूरी) खंडवा एसडीएम बजरंग बहादुर सिंह के नेतृत्व मे राजस्व अमला और वन विभाग की टीम पिपलोद व सिंगोट वृत्त से लगभग 200 हैक्टेयर भूमि वन विभाग को हस्तरांतित की जिसमे गांधवा, रामपुरा, हाँड़ीया खेड़ा, पिपलोद खास की जमीनों पर संयुक्त टीम कि कार्रवाई से रविवार को यह कार्य किया गया कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण कारियों मे हड़कंप मच गया कुछ जगह तो विरोध भी हुआ लेकिन अधिकारियों के कड़क रुख को देखते हुए विरोध ज्यादा देर तक नही चल सका।
वन विभाग को कब्जे हटाने की सता रही चिंता
वन विभाग की माने तो उनको इस बात की चिंता है की राजस्व की अधिकांश भूमि पर लोगो का कब्जा है जिसमें वह लम्बे समय से खेती करते आ रहे जिसमे प्लांटेशन के समय विरोध का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए वन विभाग फिलाहल अतिक्रमण से मुक्त भूमियों पर ही अपना फोकस कर रहा है, लेकिन राजस्व विभाग का कहना है की प्रदेश सरकार की योजना के अंतर्गत राजस्व भूमि को वन विभाग को सौपने की जिम्मेदारी है। उसी के चलते कार्रवाई कर वन विभाग को जमीन जल्दी देने की कवायद तेज कर दी गई।

कार्रवाई से अतिक्रमण कारियों मे मचा हड़कम्प
राजस्व व वन अमले की इस कार्रवाई से राजस्व भूमि पर लम्बे समय से कब्जा करके बैठे अतिक्रमण कारियों मे हड़कम्प मच गया है रविवार टीम ने गान्धवा, रामपुरा, हाँड़ीया खेड़ा सहित पिपलोद खास मे जाकर अतिक्रमण कारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा की अब इस जमीन पर किसी प्रकार का कोई भी खेती नही करे अन्यथा उस पर कार्रवाई की जायेगी।