खण्डवा; एक्यूट लीवर फेलियर विथ हैपेटिक इंसेफैलोपैथी बीमारी से ग्रसित बालिका को डॉक्टर के प्रयासों से मिला जीवनदान

खण्डवा ( मुश्ताक मंसूरी) जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की मेहनत से एक बालिका को गंभीर बीमारी से बचाया गया। सोमवार के दिन रामलाल पिता दयाराम निवासी हीरापुर पंधाना अपनी बच्ची रोहारिका को श्री दादाजी धूनीवाले जिला चिकित्सालय खंडवा में 30 अक्टूबर 2024 को गंभीर अवस्था में लेकर आया था। यहां पर डॉ. दीपक पंचोरे शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा सभी आवश्यक जांच करवाई। जिसमें पता चला कि बच्ची को एक्यूट लीवर फेलियर विथ हैपेटिक इंसेफैलोपैथी नामक बीमारी है। इसकी वजह से बच्ची के दस्त के साथ अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा था। जिसके कारण बच्ची कोमा में चली गई थी। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पंचोरे द्वारा बच्ची का तत्काल उपचार प्रारंभ कर उसे चार दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया। चार यूनिट ब्लड चढ़ाया। जिसके कारण बच्ची के स्वास्थ्य में दिन प्रतिदिन सुधार हुआ। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पंचोरे ने बताया कि अभी बच्ची स्वस्थ है और शिशु मेडिकल वार्ड में भर्ती है तथा एक-दो दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। बच्ची रोहारिका के पिता रामलाल द्वारा बताया गया कि जब मैं बच्ची को लेकर आया था, तब बच्ची पूरी तरह बेहोश अवस्था में थी। दस्त के साथ अधिक खून जा रहा था। उसने बताया कि डॉ. पंचोरे ने तत्काल बच्ची की जांच की और समय पर इलाज प्रारंभ किया, उसे खून की बोतल चढ़ाई और वेंटिलेटर पर रखकर बहुत अच्छा इलाज किया, जिसकी वजह से आज मेरी बच्ची को जीवनदान मिला। रामलाल ने अस्पताल प्रशासन एवं जिला चिकित्सालय की पूरी टीम का आभार व्यक्त किया।