खंडवा; अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलन्द,वन अमले पर फिर हमला डंडो से पीटा वर्दी फाड़ी
मामला गुडी वनपरिक्षेत्र का, हमलावर सभी महिलाए , पुलिस ने नही किया मामला दर्ज आवेदन तक ही रखा सिमित।
खंडवा ( मुश्ताक मंसूरी ) वन माफियाओं के हौसले इतने बुलन्द हो गए की वन अमले पर आये दिन हमले हो रहे है। जिनके खिलाफ पुलिस भी पुख्ता कार्रवाई नही कर पा रही है। जिसके चलते इस तरह की घटनाओ मे इजाफा होते जा रहा है और वनों पर अतिक्रमण बढते जा रहा है। ऐसा ही मामला गुडी वन परिक्षेत्र मे सामने आया जंहा 31 अक्टुबर को वन परिक्षेत्र गुंडी के अतिक्रमण प्रभावित क्षेत्र बीट भिलाईखेड़ा के कक्ष क्रमांक 749 में अतिक्रमणकारियों के द्वारा वन क्षेत्र में ट्रसूचना से नवाड की भूमि पर अवैध जोतने की सूचना मिलने पर सुबह 9:30 बजे अतिक्रमण के प्रयास को विफल करने हेतु वन स्टाफ बीट भिलाईखेड़ा गया हुआ था।
मौके से ट्रैक्टर चालक द्वारा वन स्टॉफ को आते हुए देख ट्रैक्टर से कल्टीवेटर को निकालकर भाग गया ।टीम ने मौके से केवल कल्टीवेटर को जब्त किया जा सका एवं वन अपराध प्रकरण दर्ज किया गया।
महिलाओ ने किया हमला
वन कर्मियों ने बताया कि जब्ती कार्यवाही से वापस लौटते समय दोपहर में लगभग 02:00 बजे सरपंच टांडे की लगभग 20-25 महिलाओं द्वारा वन स्टॉफ के शांतिलाल चौहान परिक्षेत्र सहायक सरमेश्वर, पंजावराव पंडाग्रे परिक्षेत्र सहायक कोठा, कैलाश लोवंशी परिक्षेत्र सहायक आराखेडा, जितेन्द्र पगारे वनरक्षक, मनोज तंवर वनरक्षक, भरत भूषण मिश्र वनरक्षक एवं गनिया सुरक्षा श्रमिक को घेरकर मारपीट करने लगी एवं कहने लगी की यहां से भाग जाओ नही तो जान से मार देगे। महिलाएं दराती एवं डंडे लिए हुए थी।
महिलाओ द्वारा वन स्टाफ को डंडे से पीटा गया एवं वर्दी फाड दी गयी। जितेन्द्र पगारे वन रक्षक के पीठ पर डंडे से पिटाई के निशान थे एवं मनोज तंवर के गले मे नाखून के निशान थे जिसके फोटोग्राफ भी लिए गये। बाकी स्टाफ की वर्दी फटी थी एवं अतिक्रमणकारी महिलाओ द्वारा गला दबाकर वनस्टाफ को शासकीय कार्य के दौरान मारा गया एवं जान से मारने की धमकी दी गयी।
मारपीट मे यह महिलाओ के खिलाफ दिया थाने मे आवेदन
मारपीट में शामिल महिलाओं में मोनीबाई पति रामसिंग जमरे, सोनीबाई पति अनिल जमरे, देकुबाई पति दिनेश रायसिंह, रानूबाई पति संतोष जवानसिंग, आशाबाई पति प्रेमसिंग एवं शांता भिल्ला पति सरदार सोलंकी की पहचान कर ली गई है एवं अन्य की पहचान की जा रही है।
नरेंद्र पटेल रेंजर गुडी ने बताया कि
उक्त संपूर्ण घटना की लिखित जानकारी पिपलोद थाने जाकर वन परिक्षेत्र अधिकारी गुडी , वनपरिक्षेत्र अधिकारी सरमेश्वर एवं समस्त पीडित स्टाफ द्वारा की गयी एवं थाना प्रभारी पिपलोद के समक्ष उपस्थित रहकर संपूर्ण घटना की जानकारी दी गयी एवं पीडित स्टाफ के चोट के निशान एवं फटी वर्दी थाना प्रभारी पिपलोद को दिखाई गयी एवं आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने हेतु आग्रह किया गया।
शिकायत आवेदन मिला है जाँच की जा रही शीघ्र ही आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया जायेगा- एस एन पांडे टीआई पिपलोद थाना।