
सेंधवा। बुधवार रात में गो यात्रा लेकर संतों का सेंधवा में आगमन हुआ। क्रांतिकारी गो भक्त संत मंडली राम यात्रा के साथ महाराणा प्रताप जी की समर भूमि हल्दीघाटी से पैदल यात्रा करते हुए नगर नगर, शहर शहर में गो कथा करते हुए आ रहे है। बुधवार रात में वे सेंधवा शहर में भी पधारे हैं। यह संतश्री अपने नगर में एक डेढ़ घंटे की एक ऐसी अद्भुत, आदितीय, प्रभावशाली एवं क्रांतिकारी गो कथा सुनाई। गो कथा का कार्यक्रम इंदिरा कॉलोनी में हुआ। कार्यक्रम के विशेष सहयोगी बद्रीप्रसाद शर्मा एवं गिरवर शर्मा रहे। जिन्होंने कथा की पूरी व्यवस्था की। कथा में सेंधवा के सभी समाज के सभी लोग एकत्रित हुए। कथा श्रवण किया। महाराज श्री का साल एवं श्रीफल से सम्मान कर आभार व्यक्त किया गया। समाज की अंतिमबाला शर्मा ने बताया कि संतश्री गो रक्षा, गो सेवा, पर्यावरण एवं समाज सुधार के लिए अपना आश्रम छोड़कर नंगे पांव नगर नगर जाकर जन जागृति कर रहे हैं। किसी से किसी प्रकार का आर्थिक सहयोग नहीं लेते है। पदयात्रा के दौरान किसी के घर नहीं जाते। किसी के अतिथि नहीं बनते। स्वयं का स्वागत सत्कार नहीं करवाते। पुष्प माला नहीं पहनते। विलासिता तथा आधुनिक सुविधा से दूर रहते हैं।



