इंदौरधर्म-ज्योतिष

राम और कृष्ण की भक्ति का बीज कभी बंजर नहीं होता

बिचौली मर्दाना रोड स्थित वैष्णोधाम मंदिर पर चल रही भागवत में धूमधाम से मने राम एवं कृष्ण जन्मोत्सव

जागृति महिला मंडल ट्रस्ट, वैष्णो धाम

इंदौर । राम और कृष्ण हमारे लिए आधार स्तंभ हैं। ये दोनों अवतार भारत भूमि के प्राण तत्व हैं। राम नाम की भक्ति का बीज पूरे ब्राह्मण को लहलहा देता है। इसी तरह हमारे कान्हा की भक्ति का बीज भी कभी बंजर नहीं होता। राम यदि देश के रोम-रोम में बसे हैं तो कृष्ण भी भारत भूमि के कण-कण में व्याप्त हैं। राम और कृष्ण के बिना हम भारत भूमि और हमारी भारतीय धर्म संस्कृति की कल्पना भी नहीं कर सकते।
वृंदावन से पधारे प्रख्यात भागवताचार्य डॉ. संजय कृष्ण सलिल ने गुरुवार को जागृति महिला मंडल ट्रस्ट एवं बालाजी सेवा संस्थान ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में अग्रवाल पब्लिक स्कूल के पास, बिचौली मर्दाना स्थित वैष्णो धाम मंदिर पर पर दिव्यांगों के सहायतार्थ आयोजित श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ के दौरान कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग पर उक्त प्रेरक विचार व्यक्त किए। कथा के दौरान भगवान राम एवं कृष्ण का जन्मोत्सव सैकड़ों भक्तों ने धूमधाम से नाचते-गाते हुए मनाया। कृष्ण जन्मोत्सव पर वृंदावन से आए गायकों ने मनोहारी भजन सुनाकर भक्तों को भाव विभोर बनाए रखा। जन्मोत्सव के लिए कथा स्थल को विशेष रूप से श्रृंगारित किया गया था। माखन की मटकियां और गुब्बारों से सजे सभागृह में जैसे ही सुसज्जित टोकनी में नन्हें बालक कृष्ण को लाया गया, सभागृह में मौजूद भक्तों में उनकी एक झलक पाने के लिए होड़ मच गई। नंद में आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन पर समूचा सभागृह झूम उठा। भक्तों को प्रसाद के साथ आज भी पौधे भेंट किए गए। प्रारंभ में व्यासपीठ का पूजन श्रीमती वंदना किशोर जायसवाल, सरोज मूलचंद राठी, विनोद अहलूवालिया, डॉ. आर.के. गौर, वंदना जायसवाल, दीप्ति शर्मा, प्रभा खुराना, सरोज राठी, सरिता छाबड़ा आदि ने किया। शुक्रवार को भगवान की बाल लीलाओं एवं गोवर्धन पूजा का उत्सव शाम 4 से 7 बजे तक कथा में मनाया जाएगा।
बालाजी सेवा संस्थान ट्रस्ट के प्रबंध संचालक डॉ. आर.के. गौर ने बताया कि भागवत कथा का यह दिव्य आयोजन जागृति महिला मंडल ट्रस्ट के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें दिव्यांग बच्चों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, दुर्घटना में खोए हुए अंग को कृत्रिम अंग के माध्यम से उपलब्ध कराने, दिव्यांगों के लिए बैसाखी, व्हील चेयर एवं ट्रायसिकल भेंट करने तथा मोतियाबिंद आपरेशन की सुविधा प्रदान करने जैसे उद्देश्य शामिल किए गए हैं। भक्तों में इस संकल्प के प्रति जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में आयकर की धारा 80 जी से मुक्त इस दान के लिए भक्तों में स्पर्धा मची हुई है। कथा के समापन दिवस पर अब तक प्राप्त हुई धनराशि की जानकारी मिल सकेगी।

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