रोजगार के अवसर न मिलना पढ़ने -लिखने वाले हमारे नौनिहालों के भविष्य पर कुठाराघात- मोंटू सोलंकी
सेंधवा कॉलेज में वार्षिकोत्सव की हुई शुरूआत, विद्यार्थियों ने दी प्रस्तुति
सेंधवा।
वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेंधवा में वार्षिकोत्सव का शुभारंभ मुख्य, अतिथि मोटू सोलंकी विधायक, विशेष अतिथि गोपाल तायल जनभागीदारी और एलूमनी सदस्य एवं समाजसेवी अध्यक्ष डॉ रैलाश सेनानी अध्यक्ष जनभागीदारी समिति, निलेश अग्रवाल सांसद प्रतिनिधि, प्राचार्य डॉ जीएस वास्कले, मुख्य परामर्शदाता डॉ संतोषी अलावा मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया। मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन उपरांत वार्षिकोत्सव का विधिवत उद्घाटन हुआ। सर्वप्रथम प्राचार्य डॉ जीएस वास्कले द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन में महाविद्यालय की उपलब्धियों को अतिथियों से साझा किया। श्री गोपाल तायल ने विद्यार्थियों से कहा जीवन में कोई भी काम करो सकारात्मक सोच के साथ करोगे तो मेरा मानना कि वह काम जरूर सफल होगा। निलेश अग्रवाल नरे कहा कि इस महाविद्यालय ने अनेकों प्रतिभा दी है जिस पर आज हर विद्यार्थियों आपने आप को गौरवान्वित महसूस कराता है। उन्होंने विद्यार्थियों कहा कि यदि आप उपयोगिता सिद्ध कर लेंगे याने कि परिस्थिति को अपने अनुसार ढाल लेंगे तो आपका भविष्य उज्ज्वल है। विधायक मोंटू सोलंकी ने कहा रोजगार के अवसर न मिलना पढ़ने -लिखने वाले हमारे नौनिहालों के भविष्य पर कुठाराघात है। उन्होंने महाविद्यालय में एक आडिटोरियम हाल बनाने का प्रस्ताव विधानसभा में रखने की बात कि। एक मांग के संबंध उन्होंने कहा विधायक निधि से महाविद्यालय का बाउंड्री वॉल बनाने कि बात कही। डॉ रैलाश सेनानी ने विद्यार्थियों से नायक उत्सव में बढ़-चढ के भाग लेने कि अपिल की। इस कार्यक्रम में जनभागीदारी समिति सदस्य विनोद तिवारी, डॉ गिरीश कानूनगो, बद्री प्रसाद शर्मा एवं प्रो केआर शर्मा, दुर्गेश शर्मा, सुरेश तेलुगू, प्रिंस शर्मा, दिलिप मंगल, अमित गुर्जर आदि उपस्थित थे। संचालन प्रो अरुण सेनानी एवं आभार डॉ प्रीति श्रीवास्तव ने माना ।
सुगम संगीत एवं फेन्सी ड्रेस प्रतियोगिता-
इसके पश्चात सुगम संगीत एवं फेन्सी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित हुई। जिसमें आप ही मेरे भाग्य विधाता हो ये गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में गीत से सुगम संगीत की शुरुआत हुई। इसमे निर्णायक प्रशांत ठक्कर के द्वारा बांहों के दरमियां दो प्यार मिल रहे हैं गीत सुना कर अपनी आवाज का जादू बिखेरा। अन्य निर्णायक कुशल शर्मा एवं अनुप जमरे रहे।
मेहंदी और रांगोली प्रतियोगिता-
मेहंदी और रांगोली प्रतियोगिता भी आयोजित कि गई। रंगोली प्रतियोगिता में निशा किराड़े प्रथम, द्वितीय भूरी सेनानी एवं नेहा निकुम तृतीय रही। मेहंदी में आस्था वर्मा प्रथम, हिमानी यादव द्वितीय एवं तस्नीम लोहार तृतीय रही। इन प्रतियोगिताओं को प्रियंका यादव, डॉ आरती कमेडिया, डॉ संगीता परमार, डॉ चंदा यादव, प्रो महेश बाविस्कर, डॉ प्रीति श्रीवास्तव, प्रो इरशाद मंसूरी, प्रो तपन चौबे, रितु चौहान ने संपन्न कराए।