खंडवा संभाग बनाने के लिए कांग्रेस की पत्रकार वार्ता, शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- इस कार्य के लिए बीजेपी का भी सहयोग करने मे परहेज नही करेंगे

खंडवा (मुश्ताक मंसूरी ) निमाड़ संभाग बनने की घोषणा के बाद जिले मे खंडवा को संभाग बनाने की कवायद काफी तेज हो गयी जिसके लिए सामाजिक, राजनेतिक संगठन पुरजोर कोशिस करने मे लग गए है उसी क्रम मे शनिवार जिला कांग्रेस ने गाँधी भवन मे प्रेस वार्ता का आयोजन किया जिसमें शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मुनीश मिश्रा ने जिले को संभाग बनाने के लिए अपने सुझाव और जिले की महत्वता बताते हुए यंहा तक कह दिया की इस मुहिम मे हम भाजपा का भी सहयोग देने को तैयार है।
जाने खंडवा का इतिहास
मध्यभारत का निमाड़ क्षेत्र पहले खानदेश में समाहित था। 1956 में जब प्रदेशों का पुनर्गठन किया गया और मध्यभारत को मध्यप्रदेश में विलय करके निमाड़ क्षेत्र का हेडक्वार्टर बनाया गया, तब 1956 में 1 नवंबर को खंडवा जिले का जन्म हुआ । परंतु ब्रिटिश शासन काल में पहले से ही खंडवा का एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है और उनका यही से दक्षिण जाने का दरवाजा खुलता था ।पौराणिक काल में खंडवा जिले का वर्णन हमारे ग्रंथो में मिलला है बहुत सारी रचनाये पांडवों के काल में यहां रचित की गई थी,
कई दिग्गजो की रही कर्म भूमि
आधुनिक काल की हम बात करें तो स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश के कई विभूतियों ने अपनी कर्मभूमि इसी क्षेत्र को बनाया जैसे- माखनलाल चतुर्वेदी, पंडित बाबूलाल तिवारी, रायचंद नागडा जैसे निर्भीक स्वतंत्रता संग्रामी, धार्मिक और आध्यात्मिक लोगों जैसे- धुनीवाले दादाजी, संत सिंगाजी महाराज, दाताशाह मालगांव, ब्रह्मगीर महाराज का साथ मिला ।गीत, संगीत, कला साहित्य के साधक भी यहां पर्याप्त रूप से मिलते रहे है।
प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर, ममलेश्वर और मध्य प्रदेश की भाग्य रेखा नर्मदा नदी निमाड़ के बीच से होती हुई अरब सागर में मिलती है। इसी नर्मदा नदी के ऊपर देश के बड़े बांधों में शामिल नर्मदा बांध बना हुआ है।विडम्बना यह है कि प्राकृतिक रूप से संपन्न होने के बाद भी हमारे द्वारा नर्मदा के जल का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है, ना ही पड़ोसी जिलों, की हमारे द्वारा दिए गए जल का कोई रिटर्न हमें मिल पाया है।
नर्मदा सागर पर बनाए गए बांध से उत्पादित बिजली और थर्मल पावर होने के बावजूद भी खंडवा जिले के जो प्रतिसाद के रूप में औधोगिक क्षेत्र में और व्यापारिक क्षेत्र में जो प्रगति मिलनी थी वह नहीं मिल पाई ।पिछले 30 सालों में हमारे यहां की नगद फसले जैसे कपास, गन्ना, प्याज, अदरक, अरबी भी यहाँ से विलुप्त सी हो गई है। राजनीतिक रूप से भी और सामाजिक,
सांस्कृतिक रूप से भी एक ठहराव सा जिले में महसूस किया जा रहा है। साथ इस ठहराव के कारण खंडवा जिले का लगभग शोषण सा हो रहा है। भौगोलिक, राजनीतिक तथा प्रशासनिक के परिसीमन के आगमन की आहट सुनकर इस बार खंडवा जिले की जनता बहुत दृढ़ता से अपने जागरूक होने का परिचय दे रही है।
निमाड़ जिले का पूरा कांग्रेस संगठन इस बात के लिए दृढ़ प्रतिज है कि यदि प्रशासनिक स्तर पर कोई संभाग का निर्माण होता है तो इसका मुख्यालय खंडवा को बनाना चाहिए । निमाइ क्षेत्र के इस हिस्से की विकास की गाथा तभी पूरी लिखी जा सकेगी जब खंडवा शहर को संभाग का मुख्यालय बनाया जाएगा।
यहां पर आधारभूत सारी रचनाए जैसे- हवाईपट्टी, रेलवेस्टेशन, भरपूरजल, भरपूर विद्युत और वे सुविधाए उपलब्ध है जो संभाग स्तर पर होना चाहिए। अलेव नवीन बनने वाले संभाग का मुख्यालय खंडवा को ही बनना चाहिए। इसमें कोई दोमत नहीं है कि खंडवा के संभाग बनाए जाने में दलगत राजनीति से उठकर हम सब लोग इस मॉग के लिए एक है, और प्रयास करेंगे कि हम सब एकजूट होकर सफलता दिलाये ।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस की दी शुभकामना
प्रेसवार्ता के अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मुनीश मिश्रा ने सभी उपस्थित प्रेस के साथियों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की। इस प्रेस वार्ता को शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मुनीश मिश्रा ने संबोधित किया इस अवसर ओर उनके साथ अमरेश पांडे,कुन्दन मालवीय,सलीम पटेल,अज़ीज़ मदनी,पार्षद शब्बीर कादरी,लव जोशी,सुनील यादव,शैलेष पालीवाल, सहित अन्य कांग्रेसजन मौजूद थे। प्रेस वार्ता का संचालन शांतनु दीक्षित ने किया।