विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई के साथ सर्वांगीण विकास के लिए अन्य गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए- मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट
बड़वानी।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय श्री आनंद कुमार तिवारी साहब के आदेश अनुसार,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मानवेंद्र पवार के निर्देशन में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय बडवानी के ग्रामीण स्तर के राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ दिवसीय कैंप में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियो को न्यायाधीश ने बताया कि अपने जीवन में उच्च आदर्शाे को अपनाना चाहिए। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी सहभागिता करना चाहिए । मैं स्वयं राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हूं। उन्हौने बच्चो को भारतीय संविधान का महत्व ,उद्देश्य समझाया , बच्चों को परीक्षा अधिनियम , बाल विवाह के बारे में बताया। पोक्सो एक्ट, निशुल्क कानूनी सहायता , साइबर कानून संबंधी विद्यार्थियों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमे किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए जीवन में आगे बढ़ाने के लिए सामान्य ज्ञान, नवाचार घटनाओं की जानकारी भी जरूर रखना चाहिए । पीड़ित प्रतिकर योजना के बारे में भी विस्तार से बताया ।छात्रों में कानून के प्रति जागरूकता से समाज के लोग जागरूक होंगे तो आप सभी को जागरूक होना जरूरी है। विधिक साक्षरता के साथ-साथ समाज में प्रेम सौहार्द का वातावरण निर्मित किया जाना चाहिए ।शिविरों का उद्देश्य है कि आपसी भाईचारा कायम रहे। बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करना ,शोषण और उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाना, सम्मानजनक जीवन जीना चाहिए, पढ़ने और लिखने की क्षमता से संपन्न होना शिक्षा प्राप्त करने तक की सीमित नहीं होती बल्कि विधिक साक्षरता का अर्थ लोगों में उनके अधिकारों, कर्तव्य के प्रति जागरूकता लाकर सामाजिक विकास का आधार बनाना है । गरीबी उन्मूलन योजना, साथ ही विधिक सेवा प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं के साथ टोल फ्री नंबर 15100 की जानकारी दी। इस अवसर पर जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री दिलीप सिंह मुझाल्दे ने भी विस्तार से प्राधिकरण की योजनाओ की जानकारी दी। विद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी श्री कमल डावर, संगीता कनेल, काउंसलर श्रीमती अनीता चोयल, राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।