लिखने और बोलने में करें शुद्ध भाषा का प्रयोग

बडवानी।
विचारों और पढ़ी हुई विषय वस्तु को अभिव्यक्त करने का माध्यम भाषा होती है। हिन्दी, अंग्रेजी या अन्य किसी भी भाषा में आप लिखते और बोलते समय आप भाषाई शुद्धता का विषेष ध्यान रखें। ये बातें शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा विद्यार्थियों के लिए आयोजित मार्गदर्षन कार्यक्रम में कॅरियर काउंसलर डॉ. मधुसूदन चौबे ने कहीं। उन्होंने कॅरियर निर्माण में भाषा की भूमिका बताते हुए कहा कि भाषा पर अच्छी पकड़ बनाने के लिए विद्यार्थी को अच्छी पुस्तकों को निरंतर पढ़ना चाहिए तथा प्रतिदिन लेखन का अभ्यास करना चाहिए। वर्तनीगत और व्याकरण पर आधारित गलतियों के प्रति सजग रहना चाहिए। वाक्य विन्यास सही होना चाहिए। आयोजन में सहयोग कार्यकर्तागण प्रीति गुलवानिया, वर्षा मुजाल्दे, भियारी गुर्जर, अक्षय चौहान, सुभाष चौहान ने किया।