संसार में धनवान और बलवान तो बहुत हैं, लेकिन पुण्यवान कम – पं पवन तिवारी
इंदौर, । संसार में धनवान और बलवान तो बहुत हैं, लेकिन पुण्यवान कम है। तर्पण अनुष्ठान हमारी संस्कृति का ऐसा उजला पक्ष है जो हमें सदकर्मों की ओर प्रवृत्त कर पुण्यवान बनाता है। माता-पिता और गुरू के कर्ज से हम कभी मुक्त नहीं हो सकते, लेकिन श्राद्ध पक्ष में किए गए तर्पण से हमारे कर्ज की रकम बहुत हद तक कम हो सकती है। यह वह प्रक्रिया है, जो हमारी नई पीढ़ी को भी संस्कारवान बनाने की ऊर्जा और प्रेरणा देती है।
पितृ मोक्षदायी भागवत में हुआ कृष्ण जन्म* – आज दोपहर में पितृ मोक्षदायी भागवत में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। उत्सव के लिए कथा स्थल को गुब्बारों और फूलों से तथा माखन-मिश्री, पंचमेवा की मटकियों से सजाया गया था। भगवान का जन्म होते ही बाजे रे बाजे रे बधाई… और नंद के घर आनंद भयो… जय कन्हैयालाल की… जैसे भजनों पर सभागृह थिरक उठा। कृष्ण जन्म के पूर्व राम जन्म उत्सव भी मनाया गया। पं. तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि जब हमारी बुद्धि में श्रीकृष्ण आ जाएंगे तो सारे बंधन भी छूट जाएंगे। वसुदेव ने जैसे ही नन्हें श्रीकृष्ण को अपने शीश पर धारण किया, उनके सारे बंधन छूट गए।