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विधानसभा निर्वाचन व्यय मॉनिटरिंग के संबंध में अधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न, आयोग द्वारा अभ्यर्थी के निर्वाचन व्यय की सीमा 40 लाख रुपए निर्धारित

निर्वाचन व्यय से जुड़ी विभिन्न टीमों का हुआ प्रशिक्षण

बड़वानी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. राहुल फटिंग के निर्देशन में आगामी समय में होने वाले विधानसभा निर्वाचन को सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन व्यय मॉनिटरिंग में जिले की चारो विधानसभा में संलग्न अधिकारियों, कर्मचारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण डिप्टी कलेक्टर श्रीमती विशाखा देशमुख द्वारा दिया गया।
प्रशिक्षण में बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा निर्वाचन के लिए अभ्यर्थी के व्यय की सीमा 40 लाख रुपए निर्धारित की गई है। व्यय सीमा निर्धारण का उद्देश्य यह है कि प्रजातंत्र में सभी को समान अवसर मिले और सभी के साथ समानता बनी रहे। निर्वाचन व्यय दो प्रकार के हैं। एक वह जो निर्वाचन आयोग द्वारा अनुज्ञेय हैं अर्थात जिनकी अनुमति दी गई है। दूसरे वह जो अवैध श्रेणी के व्यय में आते हैं इनकी अनुमति नहीं है। निर्वाचन व्यय में संलग्न टीमों द्वारा व्यय की सतत मॉनिटरिंग की जाना है। इसके लिए व्यय प्रेक्षक, सहायक प्रेक्षक निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नियुक्त किए जाते हैं, वहीं निर्वाचन व्यय पर नियंत्रण हेतु वीएसटी, वीवीटी, लेखा टीम, एमसीएमसी, उड़नदस्ता, एसएसटी, लेखा टीम गठित की गई है, इसके अलावा शिकायत मॉनिटरिंग सेल, व्यय मॉनिटरिंग सेल भी गठित किए गए हैं।
प्रशिक्षण के दौरान व्यय प्रेक्षक एवं सहायक व्यय प्रेक्षक की भूमिका एवं कार्यों के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षित किया गया। निर्वाचन के दौरान व्यय के नियंत्रण के लिए गठित टीमों वीएसटी, वीवीटी, लेखा टीम,उडनदस्ता दल, एसएसटी के कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई और बताया गया कि ये सभी टीमें अभ्यर्थियों द्वारा किए जाने वाले व्यय को नियंत्रण करने की मॉनिटरिंग करेंगे।
वीडियो निगरानी टीम सार्वजनिक रैली, जूलूस, सभाओं तथा संवेदनशील घटनों की वीडियो ग्राफी करेंगे, वहीं वीडियो अवलोकन टीम रैली, जुलूस सभाओं के लिए होने वाले विभिन्न खर्चों के संबंध में पोस्टर, बैनर, मंच, कुर्सियां, वाहनों आदि के खर्च का आंकलन करने के लिए वीडियोग्राफी कराएंगे। लेखा टीम रेड चार्ट अनुसार खर्च का आकंलन कर खर्चें को अभ्यर्थी के खाते में शामिल करेंगी। उड़नदस्ता दल कार्यपालक मजिस्ट्रेट अधीन गठित दिए गए हैं। यह दल अवैध धन नगदी पर नियंत्रण हेतु कार्यवाही करेंगे। अवैध शस्त्र, गोलाबारूद, असामाजिक तत्वों के नियंत्रण हेतु कार्यवाही करेंगा। इसी तरह की कार्यवाही, स्थैतिक निगरानी दल द्वारा एक स्थान, चेक पोस्ट पर रहकर की जाएगी। प्रशिक्षण में बताया गया कि 50 हजार रुपए से अधिक की नगदी तथा 10 हजार रुपए से अधिक मूल्य के उपहार, शराब, हथियार, गैर कानूनी पाए जाने पर जप्त किए जाने की कार्यवाही विभिन्न शर्तों के अधीन की जाएगी। प्रशिक्षण में व्यय मॉनिटरिंग सेल तथा शिकायत मॉनिटरिंग सेल के कार्यों के संबंध में भी विस्तार से अवगत कराया गया।
प्रशिक्षण में मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मॉनिटर्रिंग कमेटी की भूमिका एवं कार्यों के संबंध में भी बताया गया। पेड न्यूज तथा विज्ञापनों के प्रमाणीकरण के साथ ही इनकी जानकारी नोडल अधिकारी व्यय को निर्धारित प्रारूप में प्रदान की जाएगी।

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