महाराजा अग्रसेन पारमार्थिक न्यास की ओर से 800 बच्चों को 60 लाख की शिक्षा सहायता मंजूर
कलेक्टर द्वारा एक हजार स्मार्ट क्लास स्कूल भवन बनाने की पेशकश- विनोद अग्रवाल एवं छावछरिया आगे आए

इंदौर,। हमने जो सहायता आज शिक्षा प्राप्त करने के लिए समाज से ली है, जब भी हमको पहली तनख्वाह मिलेगी उस रकम से किसी और जरूरतमंद बच्चे की मदद करेंगे। बच्चे यदि मन में ठान लें कि हमें आगे बढ़ना है तो समाज के संपन्न लोगों को भी चाहिए कि वे केवल धनराशि ही नहीं दें, बल्कि उनकी निरंतर काउंसलिंग भी करें। शहर में यदि एक हजार स्मार्ट क्लास इसमें आकर्षक पेंटिंग फ़र्नीचर ब्लैक बोर्ड प्रोजेक्टर कमरों की वार्ता प्रूफ़िंग और अन्य जो जो भी सुविधाएँ हैं बन जाए तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।
कलेक्टर इलैया राजा टी. ने आज महाराजा अग्रसेन पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा गीता भवन के सत्संग सभागृह में आयोजित शिक्षा सहायता राशि के वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उक्त विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर संस्था के प्रमुख विनोद अग्रवाल प्रेमचन्द गोयल टीकम गर्ग ने भी कार्यक्रम पर प्रकाश डाला और विचार व्यक्त की है इस अवसर पर विचार वृंदावन के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी भास्कारनंद के सानिध्य में इस अवसर पर कलेक्टर के आव्हान पर समाजसेवी विनोद अग्रवाल एवं बालकृष्ण छावछरिया ने स्मार्ट क्लास के लिए अपनी ओर से पर्याप्त सहयोग राशि देने का संकल्प व्यक्त किया। प्रारंभ में ट्रस्ट के अध्यक्ष राम ऐरन, जगदीश गोयल, अरविंद बागड़ी, कुलभूषण मित्तल, राजेश बंसल, गणेश गोयल, संजय बांकड़ा, एस.एन. गोयल, राजेश गर्ग इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चड्ढा विजय प्प्रेमचन्द गोयल केटी, राजेश गर्ग सोशल ग्रुप, अजय अग्रवाल, पी.डी. अग्रवाल कांट्रेक्टर, अरूण जैन, विजय गोयल, श्याम अग्रवाल मोमबत्ती, बृजकिशोर गोयल, सीए एस.एन. गोयल अजय अग्रवाल आलू वाला है शिव जिंदल के आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन किया ट्रस्ट के महामंत्री अरविंद बागड़ी ने। आभार माना उपाध्यक्ष जगदीश बाबाश्री ने। इस अवसर पर करीब 800 बच्चों के ले प्राथमिक से लेकर कालेज तक की शिक्षा सहायता के लिए 60 लाख रु. की राशि स्वीकृत की गई। इनमें से 100 बच्चों को आज के समारोह में आमंत्रित कर स्वीकृत राशि के चेक उन्हें भेंट किए गए।
शिक्षा सहायता योजना के सूत्रधार समाजसेवी प्रेमचंद गोयल ने प्रारंभ में इस योजना के शुरुआती दौर की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मात्र 5 हजार रु. की राशि से इसकी शुरुआत की गई। आज 25 हजार से अधिक बच्चे शिक्षा सहायता प्राप्त कर महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों तक पहुंच चुके हैं। हमारी योजना है कि प्रत्येक समाजसेवी एक-एक बच्चे को गोद लेकर उनकी पूरी शिक्षा दीक्षा का भार उठा ले तो यह अभियान और सार्थक हो सकेगा। वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल ने कहा कि अब जो भी बच्चे मेरिट में आएंगे, उनकी शिक्षा का सम्पूर्ण खर्च उठाएंगे, ताकि उच्च शिक्षा में उसे कोई दिक्कत न हो। जिलाधीश इलैया राजा टी. ने कहा कि हम जिन बच्चों की मदद कर रहे हैं उसकी पांच –छह माह में काउंसलिंग भी होना चाहिए कि वह कहां तक पहुंचा है और उसे आगे किस चीज की जरूरत है, ताकि वो अपने लक्ष्य में आगे बढ़ सके। उसे अच्छा होस्टल मिले और अन्य सुविधाएं भी मिले इसके लिए सबको प्रयास करना चाहिए। गोयल पारमार्थिक ट्रस्ट के प्रेमचंद गोयल ने कहा कि हम जल्द ही स्कील डेवलपमेंट का काम भी शुरू करेंगे, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए भी काम करेंगे। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद ने शिक्षा दान की महत्ता को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सबसे बड़ा दान यही है। हमारी नई पौध संस्कारित होगी तो समाज और राष्ट्र भी लाभांवित होकर मजबूत बनेंगे।