ठाकुर जी की लीलामृत है श्रीमद भागवत कथा- ब्रजोत्सव महाराज
श्रीमद भागवत यात्रा भक्त और भगवान की यात्रा आत्म रंजन करने का मार्ग है

इंदौर । जहाँ भागवत कथा होती है वहाँ स्वयं प्रभु कथा का रसपान करते हैं। श्रीमद भागवत यात्रा भक्त और भगवान की यात्रा हैं। यह आत्म रंजन करने का मार्ग है। भगवत कथा भक्त और भगवान के परस्पर संबंध का शास्त्र है। जहाँ भागवत कथा होती हैं वहाँ ठाकुर जी की लीलाओं का अमृत बरसता है।
यह बात मल्हारगंज स्थित गोवर्धन नाथ मंदिर हवेली प्रांगण में जारी भवति कथा के दूसरे दिन व्यास पीठ से गोस्वामी ब्रजोत्सव जी महाराज ने वैष्णवजनों को श्रीमद भागवत कथा का महात्मय बताते हुए कही। आपने कहा कि भागवत कथा रसायन है इसका जीवन में सेवन करते रहना चाहिए। इसमें रस है भक्ति है। कथा में आज सुखदेव जी का श्रोताओं को परिचय कराया। ज़ब भगवान अवतार लेते हैं तो धर्म भगवान कि शरण में होता है। और ज़ब शयन में होता है तो भागवत कथा के रूप में होता है। पुरूषोत्तम मास महामहोत्सव समिति जानकीलाल नीमा एवं मनोहर महाजन ने बताया कि सोमवार को व्यासपीठ का पूजन अर्पित रूपाली गुप्ता द्वारा किया गया। वहीं श्री यमुना मंडल की ओर से लीला नीमा एवं कृष्णा मालपानी ने गोस्वामी ब्रजोत्सव महाराज का स्वागत किया एवं कार्यक्रम का संचालन संजय नागर ने किया।