पहली बार हरिहर उपासना महापर्व का दिव्य आयोजन 29 से रणजीत हनुमान मंदिर पर
भक्तों को बांटेंगे अभिमंत्रित रूद्राक्ष
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट:-
चार दिवसीय अनुष्ठान में राम नाम लेखन का विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी
इंदौर, । श्रावण एवं पुरुषोत्तम मास के उपलक्ष्य में शहर के पश्चिमी क्षेत्र में पहली बार एक दिव्य और वृहद हरिहर उपासना महापर्व का आयोजन 29 जुलाई से 1 अगस्त तक आयोजित होगा। इस दौरान प्रतिदिन द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी आम भक्तों को कार्यक्रम स्थल रणजीत हनुमान मंदिर पर हो सकेंगे। समूचे आयोजन के सूत्रधार भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष गंगा पांडेय मनोनीत किए गए हैं।
महापर्व की आयोजन समिति से जुड़े नीलाभ सुगंधी ने बताया कि शहर के पश्चिमी क्षेत्र में धर्म, संस्कृति और अध्यात्म के प्रति अत्यधिक रूझान को देखते हुए पहली बार हरिहर उपासना महापर्व का यह अनुष्ठान किया जा रहा है, जिसमें पहले दिन 29 जुलाई को प्रख्यात बृजवासी बंधुओं द्वारा भजन संध्या, 29 और 30 जुलाई को भगवान शिवाशिव का रूद्राभिषेक तथा 31 जुलाई को अभिमंत्रित रूद्राक्ष के वितरण का आयोजन तो होगा ही, 1 अगस्त को राम नाम लेखन का वृहद आयोजन भी मंदिर परिसर में होगा। इस आयोजन में शहर के सभी राम भक्तों को आमंत्रित कर उनसे राम नाम लिखवाने का अदभुत अनुष्ठान होगा।
कार्यक्रम के सूत्रधार गंगा पांडेय के अनुसार राम नाम लेखन के इस आयोजन को वे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाडर्स में दर्ज करवाना चाहते हैं। शहर यदि सात बार स्वच्छता में पहले क्रम पर आया है तो राम भक्ति के मामले में भी उसे पहले नंबर पर लाने की इच्छा है। इस दौरान मंदिर परिसर में प्रतिदिन द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी रणजीत हनुमान की साक्षी में आम भक्तों को कराने की व्यवस्था की गई है। कोशिश यह भी है कि चारों दिन मंदिर आने वाले भक्तों के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए व्यापक बैठकों का सिलसिला पिछले 15 दिनों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहा है। अनेक पार्षद एवं जन प्रतिनिधि भी इन बैठकों में आकर आयोजकों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। इस श्रृंखला में रिंग रोड स्थित एक गार्डन पर पहली बैठक हो चुकी है और सर्वानुमति से इस महापर्व की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया गया है। अब घर-घर पीले चावल देकर महापर्व में आने का न्यौता देने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि प्रतिदिन 50 हजार से अधिक श्रद्धालु रणजीत हनुमान मंदिर पहुंचकर इस पुरुषोत्तम मास में हरि और हर को समर्पित इस महापर्व का पुण्य लाभ जरूर उठाएं। कार्यक्रम पूरी तरह निःशुल्क है।