विद्याधाम पर सावन में अतिरुद्र महायज्ञ एवं लक्ष्यार्चन आराधना
पूरे माह प्रतिदिन शिव महिम्न स्त्रोत एवं शिवाशिव की आराधना–शिव मंदिर में हुआ विशेष श्रृंगार

इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट –
इंदौर,। विमानतल मार्ग स्थित श्री श्रीविद्याधाम पर महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सानिध्य में चल रहे श्रावणी अनुष्ठान के दौरान आज सावन के पहले सोमवार पर देश की समृद्धि और जन कल्याण के उद्देश्य से आश्रम के 31 विद्वान आचार्यों एवं ब्राह्मणों द्वारा दो अभिषेकात्मक लघु रूद्र महायज्ञ (121 लघु रूद्र) किए गए ।
आश्रम परिवार के सुरेश शाहरा, पं. दिनेश शर्मा ने बताया कि श्रावणी अनुष्ठान में प्रतिदिन संध्या को लक्ष्यार्चन आराधना एवं शिव महिम्न स्त्रोत के पाठ सहित भगवान शिवाशिव की आराधना के विभिन्न अनुष्ठान जारी हैं। प्रतिदिन गौदुग्ध, दही, गोघृत, मधु, गन्ने के रस, तीर्थ जल, तिल्ली के तेल आदि पदार्थों से अभिषेकात्मक लघु रुद्र के अनुष्ठान किए जा रहे हैं। दो माह में 121 लघु रुद्र अर्थात अतिरुद्र महायज्ञ होंगे। भगवान पारदेश्वर का गौदुग्ध एवं तीर्थ जल से अखंड अभिषेक भी पहले दिन से ही किया जा रहा है। सावन के पहले सोमवार पर आज शाम शिव मंदिर में विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिर पर दिनभर भक्तों का मेला लगा रहा।
श्रावणी अनुष्ठान के दौरान इस बार दोनों श्रावण मास में प्रत्येक श्रावण सोमवार एवं प्रदोष पर्व पर भगवान शिवाशिव का विशेष श्रृंगार दर्शन भी होगा। पूरे सावन माह में भगवान पारदेश्वर का दुग्ध धारा एवं तीर्थ जल से अखंड अभिषेक भी ह्वीं नमः शिवायै च नमः शिवाय महामंत्र एवं शिव महिम्न स्त्रोत के साथ होगा। प्रतिदिन संध्या को 5. 30 बजे से लक्षार्चन आराधना एवं सायं 5 से रात 9 बजे तक शिव महिम्न स्त्रोत पाठ सहित शिव आराधना के निमयित अनुष्ठान भी होंगे। आश्रम पर गत शनिवार, 1 जुलाई से ही श्रावणी अनुष्ठान प्रारंभ हो गए हैं। श्रावण के पहले सोमवार पर शिव मंदिर पर मनोहारी श्रृंगार किया गया जिनके दर्शनार्थ भक्तों का मेला जुटा रहा।