दूसरों के आंसू पोंछने से बड़ी कोई और सेवा नहीं
परमात्मा से जुड़े बिना हमारा जीवन धन्य नहीं हो सकता

इंदौर, । परमात्मा हमारा अदृश्य साथी है जो हमें नजर आए बिना भी कदम-कदम पर हमें मदद करते हैं। जन्म जन्मांतर का सच्चा सखा केवल परमात्मा ही हो सकता है, अन्य कोई नहीं। हमारा असली साथी और मार्गदर्शक केवल परमात्मा ही है इसलिए परमात्मा से जुड़े बिना मनुष्य जीवन धन्य नहीं हो सकता। भगवान बुद्धि से नहीं भक्ति से मिलेंगे। बुद्धि तर्क करती है और भक्ति विश्वास। श्रद्धा और विश्वास के विना की गई भक्ति और सेवा निरर्थक ही होती हैं।
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद ने बताया कि सेवा के कई स्वरूप होते हैं, लेकिन दूसरों के दुख दूर करने और उनके आंसू पोंछने से बड़ी और कोई सेवा नहीं हो सकती। भागवत जैसे धर्मग्रंथ हमें भक्ति और सेवा के मार्ग पर अग्रसर करते हैं। परमात्मा हमारा अदृश्य साथी है, जो हमे नजर आए बिना भी कदम कदम पर हमारी मदद करते हैं। जन्म-जन्मांतर का सच्चा सखा केवल परमात्मा ही हो सकता है, अन्य कोई नहीं। हमारा असली साथी और मार्गदर्शक केवल परमात्मा ही है इसिलए परमात्मा से जुड़े बिना हमारा जीवन धन्य नहीं हो सकता।