विविध

नई तकनीक और जटिल सर्जरी के बाद फिर चल सका मरीज

इंडेक्स सुपर स्पेशिलिटी हॅास्पिटल में जटिल ऑपरेशन के बाद मरीज को मिली नई जिंदगीं

इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट: ——

इंदौर। किसी मरीज का हादसे में शिकार होना फिर अपने पैरों पर खड़ा न हो पाना उसके लिए जीवन का सबसे मुश्किल समय होता है। ऐसे समय में मरीज की डॅाक्टर से केवल एक उम्मीद और बेहतर इलाज ही उसकी जिंदगीं को बदल सकता है। इंडेक्स सुपर स्पेशिलिटी हॅास्पिटल में जटिल सर्जरी की बदौलत एक मरीज पैरों पर फिर से खड़ा हो सका। भोपाल निवासी मरीज विनय पटले का एक हादसे के दौरान 29 मई 2022 में भोपाल के शासकीय हॅास्पिटल में ऑपरेशन किया गया। उसके बाद भी वो सहारा लेकर चल नहीं पा रहे थे। 15 दिन पूर्व उनके पैरों और कुल्हे की हड्डी की जोड़ने वाली प्लेट और रॅाड टूट गई। इसके बाद मरीज विनय पटले ने इंडेक्स सुपर स्पेशिलिटी हॅास्पिटल में ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजयसिंह ठाकुर से परामर्श लिया और उन्होंने जटिल ऑपरेशन को पूरा किया और मरीज 3 दिनों बाद अपने पैरों पर खड़े होने के साथ सहारा लेकर चलना भी शुरू कर दिया। इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया,वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया,डायरेक्टर आर एस राणावत, एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव,हॅास्पिटल एचआर एडमिन हेड नितिन गोठवाल ने जटिल ऑपरेशन की सराहाना की।

टूटी रॅाड को निकालने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल

इंडेक्स हॅास्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर ने बताया कि मरीज विनय पटले का हादसे के बाद एक ऑपरेशन भोपाल में किया गया था लेकिन इसके बाद भी वह बिस्तर से नहीं उठ पा रहे थे। इंडेक्स हॅास्पिटल में उन्हें पैरों की रॅाड टूटने के बाद भर्ती किया। हॅास्पिटल में हमने नई तकनीक के जरिए सबसे पहले उनके पैरों में टूटी हुई रॅाड के टुकड़ों को पूरी तरह अलग किया। इसके बाद एक नई बड़ी प्लेट के जरिए सभी हड्डी के हिस्सों को वापस से जोड़ा गया। इसके बाद मरीज आज 3 दिनों बाद अपने पैरों पर खड़ा और चल पाने में भी सक्षम हो गए।

ऑपरेशन दूसरे मरीजों का भी करेगा मार्गदर्शन

मरीज विनय पटाले ने बताया कि पीथमपुर में एक हादसे के दौरान पैरों की हड्डी टूट गई थी। ऑपरेशन फेल होने और रॅाड टूटने के बाद चलने में भी दिक्कत हो रही और इसी कारण मेरी नौकरी भी चली गई थी। इंडेक्स हॅास्पिटल में जब मैंने डॅाक्टरों से परामर्श लिया। उन्होंने मुझे इस जटिल ऑपरेशन और नई तकनीक के बारे में बताया। आपरेशन के बाद एक बार फिर से चल सकता हूं यह आपरेशन केवल मेरे लिए ही नहीं बल्कि ऐसे मरीजों को भी मार्गदर्शन करेगा जो फ्रैक्चर का ऑपरेशन फेल होने के बाद हताश होकर बिस्तर पर अपनी जिंदगीं गुजार रहे है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!