पूणे से प्रारंभ हुई शौर्ययात्रा, जगह-जगह हुआ प्रतिमा का अभिषेक व पूजन
पुणे से इन्दौर की 700 किलोमीटर की शौर्ययात्रा का पहला दिन
श्रीमंत यशवंतराव होलकर की वीरता, साहस व पराक्रम का कर रहे बखान, 9 मई को कोपरगांव पहुंचेगी शौर्ययात्रा
इन्दौर । पुणे से इन्दौर तक निकलने वाली 700 किलोमीटर की महाराजा यशवंतराव की शौर्ययात्रा की शुरूआत रविवार को सारसबाग स्थित खडोवा मल्हारी मार्तण्ड मंदिर से हुई। मल्हारी मार्तण्ड मंदिर से निकली शौर्ययात्रा में महाराज यशवंतराव होलकर का पराक्रम, शौर्य, वीरता और साहस का इस दौरान बखान किया गया। शौर्ययात्रा पूणे की सरजमीं पर होलकर कालीन इतिहास व राजशाही वैभव के साथ निकाली गई। जिसके साक्षी हजारों की संख्या में शामिल जनमानस बने।
शौर्ययात्रा एवं प्रतिमा स्थापना समिति संयोजक सुधीर देडग़े, सहसंयोजक रविन्द्र भुसारी ने बताया कि पूणे शौर्ययात्रा के मुख्य आयोजक अमरजीत राजे बारगल, स्वप्निल राजे बारगल के नेतृत्व में रविवार को शौर्ययात्रा निकाली गई। पूणे से इन्दौर तक की शौर्ययात्रा की शुरूआत हुई। पूणे से इन्दौर तक के मार्ग में श्रीमंत यशवंतराव होलकर की फाईबर से निर्मित 13 फीट की प्रतिकात्मक प्रतिमा का जगह-जगह अभिषेक व पूजन किया गया। योगेश धर्म, विट्ठलराव कडू एवं गणेश पुजारी ने बताया कि पूणे से इन्दौर तक शौर्ययात्रा में 7 पड़ाव रहेंगे। शौर्ययात्रा प्रतिदिन 100 से 125 किलोमीटर रहेगी। पुणे से शौर्ययात्रा प्रारंभ हुई। विभिन्न मार्गों से होते हुए शिरूर पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी नगर पहुंची। जहां इस यात्रा का सोमवार को विश्राम हुआ एवं रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए । मंगलवार 9 मई को शौर्ययात्रा प्रात: 8 बजे शिरूर से प्रारंभ होकर राहुरी, शिर्डी होते हुए कोपरगांव पहुंचेगी जहां इस यात्रा का समापन होगा। बुधवार 10 मई को कोपरगांव से मनमाड़-मालेगांव, धुले होते हुए सोनगिर पहुंचेगी जहां विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा यात्रा का स्वागत किया जाएगा। गुरूवार 11 मई को प्रात: 8 बजे शिरपुर, जुलवानिया, अंजड़ पहुंचेगी। शुक्रवार 12 मई को ठीकरी, मानपुर होते हुए यात्रा इन्दौर में प्रवेश करेगी। जहां रात्रि का विश्राम गुमाश्ता नगर स्थित महाराजा यशवंतराव होलकर स्कूल में रहेगा।