नल जल योजना का विद्यालयों को नहीं मिल रहा है लाभ

खेतिया से राजेश नाहर की रिपोर्ट।
ग्रामीण क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण योजना नल जल योजना के तहत समस्त विद्यालयों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो इस दृष्टि से व्यवस्थाएं की गई है। खेतिया शहर से जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों मल्फा, टेमली,आमझिरी के विद्यालयों में देखने से यह स्थिति सामने आती है कि नल जल योजना आरंभिक चरण में ही अपना दम तोड़ चुकी है।
ग्रामीणों वेड्या पटेल,तेरसिंग सोलंकी का कहना है कि स्कूलों में बनाए गए नल जल योजना के स्टैंड पर कभी भी पानी नहीं आया है,छात्र अलकेश भोमराज व छात्रा प्रिया जगदीश का कहना है कि हमारी स्कूल में पीने का पानी नही आता,सब हेण्ड पम्प पर ही पानी पीते है,,मध्यान भोजन भी हेंडपंप से पानी लाकर बनाना होता है वहीं बच्चों को या तो हैंडपंप पर पानी पीने जाना होता है अथवा स्कूल में हैंडपंप से पीने की पानी की बाल्टी भर कर रखनी होती इस नल जल योजना का दुखद पहलू यह है कि नल जल योजना के पूर्णता के प्रमाण पत्र भी निर्माण एजेंसियों ने अपने तरीके से प्राप्त कर लिए
वही विकासखंड पानसेमल में अनेक विद्यालयों में या योजना दम तोड़ चुकी है शासन की योजनाओं में ग्रामीण क्षेत्रों में किस स्तर तक ना कामयाबी है इसका अच्छा उदाहरण नल जल योजना है ।ग्राम अमझिरी में बनाएंगे पेयजल के स्टैंड पर पानी उपलब्ध नहीं शिक्षक पानी की बाल्टी भरकर यहां लाकर बच्चों को पानी पिला रहे हैंबच्चे समीप के हेण्ड पंम्प पर पानी पी रहे, मलफा में स्टैंड बने हैं पर पानी नहीं वही विद्यालय में लगे हैंडपंप से बच्चे पानी पी रहे हैं,पूरे विकास खण्ड नल जल योजना अनियमितता का शिकार हुई है,विद्यालय में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने में नल जल योजना सफल नही हो सकी,,क्या इस योजना के जिम्मेदार लोगों पर प्रशासन कोई कार्यवाही करेगा?