बड़वानी; नर्सिंग में है करियर की संभावनाएं, स्तरीय कॉलेज से करें कोर्स, समय और धन का होगा सही उपयोग

बड़वानी; नर्सिंग का क्षेत्र सेवा और करियर दोनों की संभावनाओं से युक्त है. निपुण नर्सिंग स्टाफ किसी भी अस्पताल की सफलता का एक मुख्य कारक होता है. डॉक्टर्स के निर्देशों का पालन करते हुए नर्सिंग ऑफिसर्स ही रोगियों को यथा समय दवाई देते हुए उनकी सेवा-सुश्रुषा करते हैं. यदि आप नर्सिंग से सम्बन्धित कोर्सेसे जैसे ऑक्जिलरी नर्स मिडवाइफरी ख्ए.एन.एम.,, जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जी.एन.एम.), बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (बी.एससी. नर्सिंग), मास्टर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (एम.एससी. नर्सिंग) आदि करना चाहते हैं तो आपको इस कोर्स को करने के लिए बहुत ही स्तरीय संस्थान का चयन करना चाहिए. यह ऐसा कॉलेज होना चाहिए, जो एक ख्याति प्राप्त अस्पताल से सम्बद्ध हो. ऐसा होने पर आपको सैद्धांतिक ज्ञान के साथ ही व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने का अवसर भी मिलेगा. ऐसे कॉलेज आपके नगर में भी हो सकते हैं और इंदौर, भोपाल जैसे महानगरों में तो हैं ही. आप एडमिशन लेने की जल्दी मत कीजिये. अच्छे से सर्वे कीजिये. उपलब्ध ससाधनों का अवलोकन कीजिये. प्रयोगशालाएं देखिए. फेकल्टी से चर्चा कीजिये. पूर्व विद्यार्थियों से फीडबैक लीजिये. खासकर इस बात पर फोकस कीजिये कि कॉलेज में नियमित रूप से और नर्सिंग के प्रोफेशन की महत्ता के अनुसार गंभीरतापूर्वक अध्ययन एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था हो. आप इन कोर्सेस को करने में अनेक वर्षों का समय और अच्छा-खासा धन लगाते हैं. सही कॉलेज से पढ़ाई करने पर आपके इन बहुमूल्य साधनों का वास्तविक उपयोग होगा. केवल डिप्लोमा या डिग्री लेने के लिए कोर्स मत कीजिये. ज्ञान के बिना जब आप जॉब की तलाश में जायेंगे तो आपको बहुत निराशा होगी. आप इस क्षेत्र में एकेडमिशियन के रूप में भी बहुत अछा करियर बना सकते हैं. ये बातें प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानन्द करियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा प्रतिदिन की जाने वाली करियर काउंसिलिंग के अंतर्गत विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से करियर कांउसलर डॉ. मधुसूदन चौबे ने कहीं. करियर सेल प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्शन में करियर संबंधी परामर्श दे रहा है.
करें पीएच. डी., बनें प्रोफ़ेसर
डॉ. चौबे ने जानकारी देते हुए कहा कि आप नर्सिंग में एम.एससी. करने के उपरान्त पीएच. डी. भी कर सकते हैं. यदि आपका लक्ष्य एकेडमिशियन बनना है तो पहले आप नर्सिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त कीजिये और फिर यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त किसी विश्वविद्यालय में पीएच. डी. कोर्स में एडमिशन लीजिये. शासकीय और निजी विश्वविद्यालय नर्सिंग में पीएच. डी. कोर्स ऑफर करते हैं. अब नेट के माध्यम से पीएच. डी. में एडमिशन मिलता है. कुछ निजी विश्वविद्यालय स्वयं का एंट्रेंस टेस्ट भी आयोजित करते हैं. निजी विश्वविद्यालय में पीएच. डी. हेतु प्रवेश लेने के पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी की वेबसाईट पर जाकर उस विश्वविद्यालय की मान्यता का परीक्षण कर लीजिये. पीएच.डी. करने के उपरान्त आप कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के रूप में चयनित हो सकते हैं. आप नेट उत्तीर्ण करके भी इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं
अवकाश के दिन भी देते हैं परामर्श
कार्यकर्ता वर्षा मुजाल्दे और वर्षा शिंदे ने बताया कि बड़वानी कॉलेज का करियर सेल निरंतर सक्रिय रहता है. अवकाश के दिनों में भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करते हुए और टेलीफोनिक मार्गदर्शन देता है. कॉलेज में सामान्यतः प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से 2.30 बजे तक का समय करियर काउंसिलिंग के लिए उपलब्ध रहता है.



