इंदौर। सरकार करोड़ों रुपए खर्च करके इंदौर को स्मार्ट सिटी बना रही है, लेकिन नगर निगम के अधिकारी और इंजीनियर उन करोड़ों रुपए के लोकधन को किस प्रकार बर्बाद कर रहे हैं, इसका एक और मामला सामने आया है। निगम इंजीनियरों ने नार्थ राज मोहल्ला की एक गली में 85 चेंबर बना दिए हैं। इससे लाखों रुपए अकारण खर्च किए गए। वहीं इसी गली के पास वाली गली में भी करीब दो दर्जन अंडरग्राउंड चेंबर बनाकर ‘लोकधन’ की बर्बादी की गई। स्मार्ट सिटी में निगम के अधिकारी-इंजीनियरों द्वारा यह अनस्मार्ट वर्क किया गया है। इसके विरोध में शहर कांग्रेस सड़क पर उतर कर आंदोलन करने की तैयारी में है। लोग इस गली को “चेंबर वाली गली” कहकर पुकारते हैं।
शहर कांग्रेस प्रवक्ता संजय बाकलीवाल ने बताया कि नार्थ राज मोहल्ला का दौरा करने पर यह सामने आता है कि यहां स्थित गार्डन के पास वाली रोड पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा 85 अंडरग्राउंड चेंबरों का निर्माण करवाया गया है। करीब 200-300 मीटर लंबाई की रोड पर इतने अधिक चेंबर निर्माण करने से स्थानीय लोग ही नहीं अन्य कॉलोनियों के रहवासी भी हैरान हैं। निगम के ही एक इंजीनियर ने बताया कि एक अंडरग्राउंड चेंबर के निर्माण में करीब 25 हजार रुपए का खर्च आता है। इस प्रकार इतने कम क्षेत्र में 85 चेंबर बनाने से करीब 22 लाख रुपए लोकधन खर्च किया गया। सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसी क्या जरूरत सामने थी कि करीब 200-300 मीटर लंबी रोड पर इतने अधिक चेंबर बनाने पड़े। सिर्फ यही नहीं इसके पास वाली रोड पर भी निगम के स्मार्ट इंजीनियरों ने करीब दो दर्जन चेंबर बनाकर यहां भी लाखों रुपए लोकधन बर्बाद किया है।
ठेकेदारों को पहुंचाया फायदा
शहर कांग्रेस प्रवक्ता बाकलीवाल ने बताया कि इतनी छोटी जगह में इतने अधिक चेंबर बनाने से ऐसा प्रतीत होता है कि नगर निगम के अधिकारी और इंजीनियरों ने ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए एक ही गली में 85 चेंबर बनवाए है। इतनी छोटी जगह में इतने अधिक चेंबर नहीं बनवाए जाते है। शहर कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रवक्ता संजय बाकलीवाल मांग करते हैं एक गली में 85 चेंबर बनाने के मामले में निगमायुक्त जांच करवाए और दोषी अधिकारी या इंजीनियरों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करे अन्यथा शहर कांग्रेस पार्टी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन आंदोलन करेगी।