
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट:—
इंदौर,। मालवांचल की सबसे बड़ी ‘बाणेश्वरी कावड़ यात्रा’ इस बार रविवार 9 जुलाई को इंदौर से बस द्वारा महेश्वर और वहां से 10 जुलाई सोमवार को सुबह 7 बजे मां नर्मदा के दुग्धाभिषेक एवं चुनरी समर्पण के बाद महाकालेश्वर उज्जैन के लिए प्रस्थित होगी। कावड़ यात्रा का समापन उज्जैन में सोमवार 17 जुलाई को सुबह 4 बजे भगवान महाकालेश्वर के जलाभिषेक के साथ होगा। इस बार भी यात्रा में तीन हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे। यात्रा का यह 21वां वर्ष होगा। इंदौर में यात्रा 13 जुलाई को नगर भ्रमण करेगी।
सांवेर रोड स्थित मौनी बाबा आश्रम पर रविवार रात को आयोजित बैठक में यात्रा संयोजक गोलू शुक्ला ने उक्त यात्रा कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई को मरीमाता चौराहे से बस द्वारा महेश्वर और वहां से 10 जुलाई को यात्रा का शुभारंभ होगा। यात्रा 10 जुलाई सोमवार की शाम को गुजरी, 11 मानपुर, 12 को महू, 13 को इंदौर, 14 को रेवतीरेंज, 15 को पंथपिपलई और 16 को उज्जैन पहुंचकर रात्रि विश्राम के बाद 17 जुलाई को सुबह 4 बजे भगवान महाकालेश्वर के जलाभिषेक और उनसे प्रदेश में सुख, शांति एवं समृद्धि की प्रार्थना के साथ यात्रा का समापन होगा। महंत शत्रुघ्नदास के सानिध्य में हुई आयोजन समिति की बैठक में दीपेन्द्र सिंह सौलंकी, उपस्थित थे। संचालन पप्पू हार्डिया ने किया और आभार माना कमल शुक्ला ने। इस अवसर पर सर्वानुमति से यह भी निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा चलाई गई लाड़ली बहना योजना एवं सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी कावड़ यात्रा के दौरान किया जाएगा। चूंकि वर्षाकाल तब तक शुरू हो जाएगा इसलिए रात्रि विश्राम वाले सभी स्थानों पर पौधरोपण एवं मंगलवार, शनिवार को रामायण पाठ के आयोजन भी किए जाएंगे। इस अवसर पर कावड़ यात्रा की प्रचार-प्रसार सामग्री का लोकार्पण भी किया गया।