
Indore.आंसुओं को थामते हुए परिजनों ने दुनिया में न रहते हुए भी उनके बालक की आंखों से दो बच्चों की जिंदगी रोशन कर दी. हरदा निवासी ढाई वर्षीय अक्षय बांके का एम वाय हॉस्पिटल में निधन हो गया।अक्षय के पिता *आनंद बांके* का कहना था कि हम हमारे बच्चे को तो नही बचाता पाए किंतु उसकी आंखों से कोई और दो लोग दुनिया देख सके•
परिवार द्वारा मुस्कान सेवादार जीतू बगानी से संपर्क किया गया परिवार संपूर्ण अंगदान करना चाह रहा था किंतु तकनीकी कारणों से केवल नेत्रदान हो संपन्न हो सका !अक्षय बांके का नेत्रदान एम वाय हॉस्पिटल के ऑई बैंक के सहयोग से अर्ध रात्रि में सम्पन्न हुआ ।बआँखों का हमारे जीवन में जो महत्व है वह हम भलीभांति जानते हैं। संसार की प्रत्येक वस्तु का परिचय हमारी आँखें ही तो हमें देती हैं और इस रंगबिरंगी दुनिया का आनंद भी हम अपनी आँखों द्वारा ही उठा पाते हैं। बिना आँखों के रंगों की कल्पना भी नहीं की जा सकती।समन्वय सेवा~ डॉक्टर रेखा जैन, मुस्कान सेवादार सेवादार डाक्टर रेणू जयसिघानी लोकेश बगानी द्वार प्राप्त हुई!
तकनीकी सेवाएं~ जीतू बगानी, डॉ द्राक्षा, डॉ सुरेंद्र सिंह, डॉ उत्कर्षा जैन द्वारा प्राप्त हुई।



